भूपेश टांडिया
रायपुर / भिलाई 28 जुलाई
छत्तीसगढ़ के भिलाई में 15 जुलाई से भिलाई स्टील प्लांट (BSP) के कोविड-19 से मृत कर्मचारियों के आश्रित परिवार भूख हड़ताल पर है। अब उन्हें इस्पात मंत्रालय की ओर से दिल्ली बुलाया गया। पीड़ित परिवारों का एक प्रतिनिधिमंडल दिल्ली पहुंच गया है। वहां इस्पात मंत्री और मंत्रालय के सचिव से मुलाकात कर वे अपनी मांगों को उनके सामने रखेंगे।
प्रतिनिधिमंडल ने एक पत्र भी तैयार किया है, जिसमें संक्रमण से लेकर मृत्यु और उसके बाद आ रही समस्याओं से इस्पात मंत्री व उनके मंत्रालय के अधिकारियों को बताएंगे। अपनी अनुकंपा नियुक्ति की मांग को रखेंगे। भूख हड़ताल के बाद भी जब प्रबंधन के उच्चाधिकारियों ने कोई सुध नहीं ली, तब पीड़ित परिवारों ने इस्पात मंत्रालय में संपर्क किया।
श्रमिक संगठन भिलाई श्रमिक सभा के महासचिव एचएस मिश्रा ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर में करीब चार हजार से भी अधिक कर्मचारी व अधिकारी संक्रमित हुए थे। इनमें करीब 249 लोगों की मौत हुई है। आश्रित परिवारों का कहना है कि कर्मचारी संयंत्र में काम के दौरान ही संक्रमित हुए थे। परिजन अपने मुखिया को खोने के बाद संयंत्र में अनुकंपा नियुक्ति व प्रबंधन की ओर से शिक्षा, चिकित्सा, आवास जैसी बुनियादी सुविधाएं जारी रखने की मांग है।
परिजन के सामने बड़ी मुसीबत
अगर मृतक आश्रित को रिटेंशन में आवास लेना है तो उन्हें 8 से 10 लाख रुपए BSP प्रबंधन के पास जमा करना होगा। इतने रुपए की व्यवस्था परिजन कहां से करेंगे। यदि EFBS का लाभ लेते हैं तो सेवा अवधि समाप्त होने पर जब तक आवास BSP को सुपुर्द नहीं करेंगे जमा राशि वापस नहीं मिलेगी। उनके लिए रिटेंशन की भी कोई व्यवस्था नहीं है। आश्रित परिवार यदि पूरी राशि एकत्र कर प्रबंधन के पास जमा करते हैं तो बच्चों के कॉलेज की फीस कहां से लाएंगे।