प्रमोद मिश्रा, मीडिया24 न्यूज़, धमतरी/ रायपुर | 10 सितंबर, 2021
बीते दिनों छत्तीसगढ़ के बस्तर में बीजेपी के चिंतन शिविर भाजपा के छत्तीसगढ़ प्रभारी डी. पुरन्देश्वरी के एक बयान बाद पूरे प्रदेश में कांग्रेसियों ने इसका विरोध किया और विरोध में प्रदर्शन का दौर अभी भी जारी है। वहीं एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी का सिलसिला भी जोर शोर से चल रहा है। इसको लेकर युवा कांग्रेसियों व्दारा धमतरी के कुरूद विधानसभा क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन किया गया।
हुआ क्या?
भाजपा प्रभारी डी.पुरन्देश्वरी के थूक वाले बयान के विरोध में स्थानीय भाजपा कार्यालय में प्रदेश प्रभारी और स्थानीय भाजपा विधायक के नाम पान और थूकदान प्रदान करने कांग्रेसी भाजपा कार्यालय पहुंचे। इस दौरान दोनो पक्षों में जमकर झुमाझटकी की घटना सामने आई है वही दोनों पार्टी के नेताओं ने एक दूसरे आरोप लगाए हैं।
गमछा पहनाने पर मारपीट
दरअसल बड़ी संख्या में युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता नगर भ्रमण करते हुए भाजपा कार्यालय के सामने पहुंचे, जहां उन्होंने मोदी सरकार भाजपा और क्षेत्रीय विधायक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। नारेबाजी के समय क्षेत्रीय विधायक अजय चंद्राकर कार्यालय में ही मौजूद थे। युवा कांग्रेसी जबरदस्ती कार्यालय में प्रवेश करना चाहते थे, जिन्हें पुलिस ने रोकने का प्रयास किया। तब क्षेत्रीय विधायक ने कुछ युकांईयो को कार्यालय में बुलाया। इस दौरान कांग्रेसियों ने पूर्व केबिनेट मंत्री अजय चन्द्राकर को माला पहनाने की कोशिश की। जिस पर अजय चन्द्राकर ने कांग्रसियों को भाजपा का गमझा पहनाने प्रयास किया।
युकां प्रभारी को गमछा भेंट करने पर युवा कांग्रेसी गुस्से में आ गए और भाजपा विधायक अजय चंद्राकर को एक कांग्रेसी नेता ने जबरदस्ती पहना हुआ गमछा पहना दिया। हालांकि तब अजय चंद्राकर ने मना किया और उसके बाद भी जब कांग्रेसी जबरदस्ती करने लगे। तब अपने नेता के साथ बहस होते देख भाजपा कार्यकर्ता भी सामने आ गए।
हुई मारपीट
इस दरम्यान दोनों पक्षों में जमकर मारपीट और झूमाझटकी हुई। यहां तक की नाराज भाजपाईयों ने कांग्रेसियों को कार्यालय से बाहर खदेड़ दिया।
इस घटना के बाद अब दोनों तरफ से निंदा की गई है।
दोनों के अपने बयान
पूर्व केबिनेट मंत्री और स्थानीय अजय चन्द्राकर ने कहा है कि लोकतांत्रिक देश है और लोकतंत्र में सभी को अपना विरोध प्रदर्शित करने का अधिकार है, पर असभ्यता से किया जाने वाला आंदोलन हमेशा निंदनीय है और रहेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेसियों द्वारा धक्का-मुक्की किया जाना और भाजयुमो के कार्यकर्ताओं द्वारा संयमित व्यवहार करना, दोनों ही दलों के विचारधारा और संस्कार को प्रदर्शित करता है। उन्होंने बताया कि वे युवा कांग्रेस द्वारा दिए जाने वाली भेंट को लेने के लिए तैयार थे,पर एकाएक झुमाझटकी करना निंदनीय है।
इधर युवा कांग्रेसी नेता देवव्रत ने कहा है कि गांधीवादी तरीक सेे पान और थूकदान प्रदान करने गए थे, लेकिन भाजपा के गुंडों व्दारा उन्हे धक्का दिया गया,जो निंदनीय है।
बहरहाल राजनैतिक तौर पर सशक्त माने जाने वाले प्रदेश के कुरूद विधानसभा क्षेत्र में इस घटना से सियासत गरमा गई है। दोनों ही दलो के नेता इसके लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। अब देखना होगा कि आगे यह घटना किस तरह से सियासी करवट लेती है।