भूपेश टांडिया
मीडिया24 न्यूज़ डेस्क
बेमौसम बारिश के कारण देश के बड़े हिस्से में हालात बिगड़ गए हैं। केरल में भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से मरने वालों की संख्या 41 पहुंच गई है। आशंका जताई जा रही है कि विभिन्न स्थानों पर और भी लोग मलबे में दबे हो सकते हैं। राहत तथा बचाव कार्य जारी है। केरल में लबालब हो चुके बांध भी परेशानी का कारण बन गए हैं। यहां से पानी छोड़ना जरूरी हो गया है और पानी छोड़ते ही बाढ़ की समस्या बढ़ रही है। इस बीच, उत्तराखंड में भी भारी बारिश का दौर जारी है। यहां अलग-अलग जगहों पर पर्यटक फंस गए हैं, जिन्हें बचाने का प्रयास जारी है। इससे पहले रविवार को जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल में बर्फबारी हुई थी। इसके बाद माना जा रहा है कि मैदानी इलाकों में तापमान गिर सकता है।
स्कायमेट के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश के पश्चिमी और मध्य भागों, पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों, सिक्किम, असम, मेघालय, तटीय ओडिशा, झारखंड के कुछ हिस्सों और मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है।
उत्तर पूर्व भारत के बाकी हिस्सों, बिहार के शेष हिस्सों, उत्तर प्रदेश के शेष हिस्सों, छत्तीसगढ़, आंतरिक उड़ीसा, जम्मू कश्मीर के कुछ हिस्सों, लद्दाख, शेष मध्य प्रदेश, विदर्भ के कुछ हिस्सों, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तटीय कर्नाटक केरल, लक्षद्वीप और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। दिल्ली पंजाब और हरियाणा में हल्की बारिश संभव है।
देश के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग सिस्टम सक्रिय हुए हैं। इस कारण बारिश हो रही है। स्कायमेट के मुताबिक, कम दबाव का क्षेत्र दक्षिण और मध्य मध्य प्रदेश पर बना हुआ है। संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 5.8 किमी तक फैला हुआ है।
एक ट्रफ रेखा मध्य प्रदेश पर कम दबाव के क्षेत्र से जुड़े चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से लेकर छत्तीसगढ़ और ओडिशा होते हुए मार्तबन की खाड़ी तक फैली हुई है।