BREAKING : आरोग्य भारती कार्यक्रम में शामिल हुई राज्यपाल अनुसुइया उइके.. आयुर्वेद के प्रति रुचि को लेकर कही यह बात

Exclusive Latest छत्तीसगढ़ रायपुर
फ़ोटो : पुस्तक का विमोचन करते हुए राज्यपाल अनुसुइया उइके

भपेश टांडिया

रायपुर 23 अक्टूबर 2021

आरोग्य भारती भारतीय प्रतिनिधि मंडल बैठक में सम्मिलित होने के लिए प्रदेश की राज्यपाल सुश्री अनुसुइया कोई के पहुंची थी। जहां उन्होंने ‘रहबो बने राखबो बने’ के तर्ज पर पुस्तक का राज्यपाल अनुसुइया उइके के हाथों विमोचन किया गया।

 

 

 

राज्यपाल अनुसुइया उइके ने कहा : आरोग्य भारती अखिल भारतीय प्रतिनिधि मंडल में शामिल होजर मुझे बहुत खुशी हो रही है। आरोग्य भारती के भारती वाशी क्षेत्र में आम जनता जागरुक करने का कार्य करती है।

आरोग्य भारती के बारे में नहीं जानते हैं कि यह किस तरह से कार्य करती हैं कोरोना काल में आरोग्य भारती के द्वारा बहुत ही सराहनीय कार्य किए हैं।

आरोग्य भारती संस्था क्षेत्र में आम जनों को लगातार जागरुक करने का कार्य कर रही है।

आदिवासी ही परंपरागत परंपरा को संभालते आयी है। मेरा शुरू से ही आयुर्वेद के आरती रुचि रही है।

नेचरोपैथी और आयुर्वेद लोगों को हमेशा से ही जागरूक करते आए है।
पर्यावरण भी जीवन के लिए बहुउपयोगी है। लोग अब शहर से जंगल की ओर जा रहे है क्यों कि वहां नेचुरल वातावरण रहता है।

मैंने भी अपने गृह ग्राम में फार्म हाउस बनाया है, और मैंने खुद पेंड पौधे लगाए थे और उसमें खुद पानी डाला। तुम्हारे राजभवन में भी ऐसा कोई व्यक्ति नहीं बचा था फोटो ना लेकिन और की कृपा से मुझे कोरोना नहीं हुआ।

शायद यही वजह है कि मैंने नेचुरोपैथी और आयुर्वेद के प्रति मेरा हमेशा कभी विश्वास नहीं है मैं एलोपैथी को लेकर लोगों को लगातार मना करती रही।

रेमडेसीविर इंजेक्शन जिनको कोरोना काल के दौरान दौरान लगाया गया था आज भी वह पूरी तरह से रिकवर नहीं हो पाया है।

पढ़ें   राहुल के घटनाक्रम पर बनेगी डॉक्यूमेंट्री : बोरवेल में गिरे राहुल पर बनेगी डॉक्यूमेंट्री, कलेक्टर ने दिए PWD को गड्ढे की बेरिकेटिंग के निर्देश, कल डिस्चार्ज हो सकता है राहुल

कोरोना काल के दौरान ऐसे लोग चले गए जिनकी हमारे देश को बहुत ही ज्यादा आवश्यक थी।

छत्तीसगढ़ में मुझे सेवा करने के लिए पदस्थ किया गया है

छत्तीसगढ़ आदिवासी बाहुल्य है यहां के लोग बहुत ही शुरू हुए सभी लोग हैं पहले के समय में राजभवन जाना लोगों के लिए एक सपना था लेकिन आज हम सबको आना एक आसान हो गया है मैं सब की समस्याएं सुनती हूं।

छत्तीसगढ़ के लोगों की सेवा करने के लिए मिला है न कि मुझे आराम करने के लिए।

आज भी हमारे देश में ऐसे वैद्य हैं जो केवल नाड़ी देखकर लोगों की बीमारी बता देते हैं और उन्हें दवाई भी देते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने दिया आयुर्वेद को बढ़ावा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जिक्र करते हुए कहा कि जब प्रधानमंत्री आया तब उन्होंने संख्याओं का योग क्या है ? और यही वजह है कि आज के समय में आयुर्वेद , योगा और मेडिटेशन के माध्यम से हजारों लोगों के स्वास्थ्य लाभ मिल रही है।

आरोग्य भारती की संस्था को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आप स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रत्येक गांव में जा जाकर युवाओं और लोगों को आयुर्वेद के प्रति जागृत करें।

राष्ट्रीय अध्यक्ष आरोग्य भारती के अध्यक्ष राकेश पंडित ने कहा

राज्यपाल अनुसुइया उइके का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि उनके भाषण के दौरान यह लगा कि वह खुद ‘आरोग्य भारती’ के प्रति भली-भांति अवगत है और जानती हैं जो काम हमारे आर्थिक जा रही है।
वह काम खुद वह प्रदेश के लिए राज्यपाल अनुसुइया उइके जी कर रहीं हैं।

पढ़ें   "महादेव की रसोई" नीलकण्ठ सेवा संस्था नीलकंठेश्वर मंदिर में प्रतिदिन बन रहा 500 लोगों का भोजन, 1000 लोग लगे हैं जरूरतमंदों की सेवा में

 

‘आरोग्य भारती’ एक ऐसी संस्था है जो कि पूरे देश भर में आयुर्वेद के प्रति लोगों को वर्षों से जागरुक करने का विशेषतया कार्य कर रही है। तीन दिवसीय राजधानी रायपुर में चलने वाली इस कार्यक्रम में आरोग्य भारतीय संस्था के लोग इस कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।

Share