जशपुर जिला कार्यकर्ता सम्मेलन में कांग्रेस नेताओं के बीच सिरफुटौवल के एक दिन बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बड़ा बयान आया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने स्पष्ट कर दिया है। अब बार-बार उस पर सवाल उठाकर माहौल खराब नहीं करना चाहिए। जो हुआ वह दुर्भाग्यजनक है।
लखनऊ रवाना होने से पहले प्रेस के सवालों का जवाब दे रहे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, जशपुर में जो घटना घटी है उसे टाला जा सकता था। यह दुर्भाग्यजन है, ऐसा नहीं होना चाहिए था। रविवार को जशपुर में आयोजित कांग्रेस के जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में मारपीट और बवाल हाे गया था। इसमें पूर्व जिला अध्यक्ष और माध्यमिक शिक्षा मंडल के सदस्य पवन अग्रवाल भाषण दे रहे थे। इस दौरान उन्होंने 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत में टीएस सिंहदेव के योगदान की बात की। उनका कहना था, हाईकमान ने जब ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री की बात की है तो अब सिंहदेव को मौका मिलना चाहिए। उनकी बात अभी पूरी भी नहीं हो पाई थी कि जशपुर कांग्रेस जिला अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष इफ्तिखार हसन ने मंच पर पहुंचकर उनसे माइक छीन लिया। इस दौरान पवन अग्रवाल को धक्का मारा गया। थप्पड़ लगाए गए। पवन अग्रवाल का आरोप है कि कुनकुरी विधायक यूडी मिंज के इशारे पर उनके साथ धक्कामुक्की और बदसलूकी की यह घटना हुई है।
पुनिया के किस स्पष्टीकरण की याद दिला रहे हैं भूपेश
ढाई-ढाई का मुख्यमंत्री विवाद शुरू होने के बाद से अब तक AICC के वरिष्ठ नेताओं में से पीएल पुनिया ने ही इसपर बात की है। वे जून से ही यह कह रहे हैं कि ढाई-ढाई साल के फॉर्मूले जैसी कोई बात नहीं है। अगस्त में राहुल गांधी के साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मुलाकात के बाद भी पीएल पुनिया का ऐसा ही बयान आया था।