प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 06 दिसंबर 2021
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने कहा है कि नगरीय निकाय के होने जा रहे चुनावों में कांग्रेस को उसकी राजनीतिक हैसियत का पता चल जाएगा। झूठ-फ़रेब और वादाख़िलाफ़ी के चलते प्रदेश की कांग्रेस सरकार से त्रस्त प्रदेश के हर वर्ग के मतदाता कांग्रेस को माक़ूल ज़वाब देकर प्रदेश को कांग्रेसमुक्त बनाने का शंखनाद करने जा रहे हैं। श्री अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस के लोग लाख घोषणाएँ कर लें, लेकिन मतदाता अब कांग्रेस के चुनावी वादों के झाँसे में नहीं आने वाले हैं। पिछले विधानसभा और नगरीय निकाय चुनाव के समय किए गए वादों से मुकरने वाली कांग्रेस से प्रदेश के मतदाताओं का पूरी तरह मोहभंग हो चुका है।
भाजपा नेता व पूर्व मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि भाजपा के पूर्ववर्ती शासनकाल में नगरीय निकायों का बज़ट 300 करोड़ से बढ़कर 4000 करोड़ रुपए तक पहुँच गया था, जबकि सियासी नौटंकियाँ करके अन्य प्रदेशों में प्रदेश के ख़ज़ाने का पैसा लुटाने वाली कांग्रेस सरकार ने प्रदेश को कंगाली के ऐसे मुहाने पर ला खड़ा किया है कि अभी कांग्रेस सरकार के पास निकायों के कर्मियों-अधिकारियों को तनख्वाह बाँटने तक का पैसा नहीं है! श्री अग्रवाल ने कहा कि अमृत मिशन योजना के तहत व्यवस्थित रूप से भिलाई, रिसाली बिरगांव में जनता को स्वच्छ जल उपलब्ध कराने भाजपा शासनकाल में पाइप लाइन बिछाई गई पर कांग्रेस की मौज़ूदा सरकार लोगों साफ पानी तक मुहैया करा पाने नें नाकारा ही साबित हुई। प्रदेशभर में 22सौ स्थान आज भी ऐसे हैं, जहाँ प्रदेश की कांग्रेस सरकार और कांग्रेस शासित नगरीय निकायों ने स्वच्छ जल देने का काम ही शुरू नहीं किया है। 33सौ करोड़ रुपए के इस जल जीवन मिशन प्रोजेक्ट में केंद्र सरकार का भरपूर सहयोग मिलने के बाद भी प्रदेश सरकार और कांग्रेस शासित नगरीय निकायों के ज़िम्मेदार जनप्रतिनिधि निकम्मे बनकर बैठे रहे। प्रदेश में इसके चलते संक्रामक बीमारियों का प्रकोप बढ़ा। श्री अग्रवाल ने दावा किया कि नगरीय निकायों में अधोसंरचना के जितने भी निर्माण हुए, सब भाजपा शासनकाल में हुए और कांग्रेस की सरकार ने विकास के तमाम कामों पर पानी फेरने का काम ही किया। अब कांग्रेस अपने कर्मों की सजा पाने के लिए तैयार रहे।
भाजपा नेता व पूर्व मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि पिछले नगरीय निकाय चुनावों में सम्पत्ति कर आधा करने का वादा कांग्रेस ने किया था, लेकिन तीन साल में किसी भी नगरीय निकाय में कांग्रेस ने सम्पत्ति कर आधा करने का वादा पूरा नहीं किया है। इसी तरह कांग्रेस ने एक वर्ष के भीतर प्रत्येक ग्रामीण भूमिहीन पाँच सदस्यीय परिवार को घर एवं बाड़ी हेतु ज़मीन देने का वादा किया था, शहरी क्षेत्र में आवासहीन परिवारों को दो कमरों का मकान देने का वादा किया था, लेकिन इनमें से एक भी वादे पर कांग्रेस के सत्ताधारियों ने अब तक अमल नहीं किया। श्री अग्रवाल ने कहा कि कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार की गुंजाइश वाले कामों में ही कांग्रेस के लोग रुचि लेते हैं। सरकारी पैसों का दुरुपयोग, भ्रष्टाचार और वादाख़िलाफ़ी करना ही कांग्रेस के लोगों की कुलजमा राजनीतिक उपलब्धि है। इन नगरीय निकाय चुनावों में अब कांग्रेस का फ़रेब नहीं चलेगा और इन चुनावों में मतदाताओं के साथ भाजपा कार्यकर्ता त्रिपुरा के प्रदर्शन को दोहराने के लिए कटिबद्ध हैं।