प्रमोद मिश्रा
गौरेला/पेंड्रा/मरवाही, 06 दिसंबर 2021
छत्तीसगढ़ में धान का फसल तैयार होते ही एक बार फिर हाथियों के झुंड ने फसल को बर्बाद करना शुरू कर दिया है । ताजा मामला GPM जिले से हैं जहां 43 हाथियों का झुंड पहुंचा है। जो लगातार आतंक मचा रहा है। अब एक बार फिर से हाथियों के पहुंचने से गांव में रहने वाले लोग काफी दहशत में हैं। वहीं वन विभाग के लाख समझाने के बाद भी लोग वीडियो बनाने हाथियों के नजदीक पहुंच रहे हैं। हाथी ऐसी स्थिति में कभी भी हमला कर सकता है ।
जिले के मरवाही वन रेंज में हाथियों का झुंड पहुंचा है। यह झुंड इस रेंज के अलग-अलग इलाकों में घुसकर किसानों की फसलों को बर्बाद कर रहा है। इसके अलावा झुंड ने कई किसानों के घर भी तोड़ दिए हैं। बताया गया कि पिछले 2 दिनों के अंदर ही हाथियों ने 15 किसानों की फसलों को चौपट कर दिया। साथ ही 6 किसानों के मकानों को तोड़ दिया है। सोमवार को हाथियों का यह झुंड मरवाही से बंशीताल गांव जाने वाले रास्ते में रोड क्रॉस करने नजर आया। इस दौरान भीड़ उन्हें कैमरे में कैद करने उनके पास तक पहुंच गई।
सितंबर में गई 11 लोगों की जान
छत्तीसगढ़ में सितंबर माह में ही 11 लोगों की जान हाथियों के हमले से चली गई । छत्तीसगढ़ के कोरबा महासमुंद जशपुर और बालोद जिलों में हाथियों के हमले में लोगों की मौत हुई ।
SP भी हुए थे शिकार
जीपीएम एसपी त्रिलोक बंसल और उनकी पत्नी श्वेता बंसल अमरू जंगल में गए थे, जहां कथित तौर पर 14 हाथियों का एक समूह घूम रहा था । वन अधिकारियों के मना करने के बावजूद, दंपति अपने कर्मचारियों और कुछ स्थानीय ग्रामीणों के साथ जंगल में चले गए थे । प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बंसल वीडियो बनाते समय टस्करों के बहुत करीब चले गये थे । उसी दौरान एक नर टस्कर ने अधिकारी, उनकी पत्नी और कुछ वन अधिकारियों पर हमला बोल दिया था। श्वेता को जहां मामूली चोटें आईं, वहीं त्रिलोक को सिर में गंभीर चोटें आईं और कुछ फ्रैक्चर भी हुए थे ।