प्रमोद मिश्रा
जशपुर,07 फरवरी 2022
छत्तीसगढ़ के जशपुर में एक शिक्षक को गिरफ्तार किया गया है । शिक्षक पर आरोप है कि शिक्षक ने नौकरी लगाने के नाम पर युवक से पैसे लिए थे और युवक की नौकरी तो नहीं लगी लेकिन शिक्षक को जेल जाना पड़ गया । शिक्षक ने युवक से एक लाख 10 हजार लेकर टालमटोल करने लगा और उसने युवक की नौकरी नहीं लगवाई। आखिरकार युवक ने उसके खिलाफ शिकायत की। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। मामला सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र का है।
इस मामले में सूरजपुर जिले के दवनकरा निवासी समल साय ने 06 फरवरी को थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। समल ने अपनी शिकायत में बताया था कि 13 साल पहले उसकी पहचान टीचर बुधराम राम(52) से हुई थी। उसने बताया कि पहली बार जब टीचर से मुलाकात हुई तो उसने बुधराम से बताया था कि वो टीचर बनना चाहता है। इस पर बुधराम ने उससे कहा ता कि मेरी पहचान है। मैं तुम्हारी नौकरी शिक्षाकर्मी वर्ग-03 में लगवा दूंगा। लेकिन इसके लिए एक लाख 10 हजार रुपए लगेंगे। ये बात सुनकर ही समल उसके झांसे में आ गया था।
2 बार में दिए पैसे
समल ने ये भी बताया कि बातचीत के बाद उसने फिर बुधराम से जशपुर बस स्टैंड में 11 जनवरी 2009 को मुलाकात की और उसे 10 हजार रुपए दे दिए। इसके बाद फिर से उसने 18 जनवरी 2009 को भी मुलाकात की। उस दौरान उसने 1 लाख रुपए टीचर को दिए थे। तब टीचर ने कहा था कि अब कुछ दिन रुक जाओ और चिंता नहीं करो नौकरी लगा जाएगी। जिसके बाद से समल राम अपनी नौकरी लगने का इंतजार करता रहा था।
पैसे मांगे तो बोला-खर्च हो गए
बताया गया कि पैसे देने के बाद काफी दिन बीत गए। लेकिन नौकरी को लेकर बुधराम ने कोई बात नहीं की। इस पर समल उससे मिला भी तो उसने कहा दिया कि नौकरी आज नहीं तो कल जाएगी। थोड़ा दिन समय लगेगा। यही कहते-कहते काफी समय बीत गया। मगर उसकी नौकरी नहीं लगी। इसके बाद समल ने उससे पैसे मांगने शुरू किए तो उसने कह दिया कि पैसे खत्म हो गए, खर्च हए गए हैं। आते ही लौटा दूंगा। फिर पैसे लौटाने में भी टालमटोल करता रहा। ये सब करते हुए आखिरकार 13 साल बीत गए। तब युवक ने मामले की शिकायत थाने में दर्ज कराई और आरपी को उसके घर से गिरफ्तार किया गया है।
कुनकुरी के प्राथमिक स्कूल में है पदस्थ
बुधराम मूल रूप से जशपुर जिले के नारायणपुर थाना क्षेत्र के बेहराखार इलाके का रहने वाला है। वो इस समय कुनकुरी इलाके में रहा रहा है। बुधराम वर्तमान मे कुनकुरी के प्राथमिक शाला डुगडुगिया पदस्थ था। पूछताछ में बुधराम ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।