प्रमोद मिश्रा
बिलासपुर, 27 मार्च 2022
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है जहां एक 41 लाख रुपये कीमती 410 किलो गांजा को पुलिस ने जब्त कर एक आरोपी को गिरफ्तार किया है । तस्कर ओडिशा पासिंग की मिनी ट्रक का नंबर बदलकर गांजा परिवहन कर रहा था। पुलिस की नाकाबंदी देख तस्कर बैरिकेड तोड़कर भागने का प्रयास कर रहा था। पेरोल पर जेल से बाहर आए तस्कर ने गांजा का ऑर्डर किया था। घटना सिरगिट्टी थाना क्षेत्र की है। मामले में दो तस्कर पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं।
पुलिस की एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट टीम (ACCU) और सिरगिट्टी पुलिस को सूचना मिली थी कि ओडिशा से रायगढ़ के रास्ते गांजा बिलासपुर लाया जा रहा है। इस पर शनिवार को ACCU प्रभारी हरविन्दर सिंह व सिरगिट्टी प्रभारी सागर पाठक अपनी टीम के साथ धूमा तिराहे पर नाकेबंदी की। जांच के दौरान एक मिनी ट्रक बैरिकेड तोड़कर भागने की कोशिश करने लगा। पुलिसकर्मियों ने उसका पीछा कर उसे रोक लिया।
ड्राइवर ने गाड़ी में पशु आहार होने और उसे तखतपुर के एक पोल्ट्री फॉर्म में ले जाने की जानकारी दी। पुलिस ने गाड़ी की जांच की तो 60 बोरी पशु आहार के नीचे 4 क्विंटल से अधिक गांजा मिला। पुलिस ने गांजा को जब्त कर लिया। ओडिशा के देवगढ़ के मार्केटसाही निवासी डॉक्टर बेहरा (48) को गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की है।
गलत गाड़ी नंबर से हो रही थी तस्करी
पुलिस ने जिस मिनी ट्रक को पकड़ा उसका नंबर सीजी 04 जे.सी. 4014 था। जांच में पता चला कि उसका ओरिजिनल रजिस्ट्रेशन नंबर ओडी 15 क्यू. 0036 है और उसका मालिक ओडिशा के संबलपुर का रहने वाला है। गांजा तस्करी करने और पुलिस को चकमा करने के लिए आरोपी ने उसमें सीजी पासिंग का नंबर लगाया था।
पैरोल पर जेल के बाहर है तस्कर, उसने ही किया था आर्डर
पुलिस की पूछताछ में आरोपी डॉक्टर बेहरा ने बताया कि मोपका निवासी हरीश साहू और बलौदा निवासी विष्णु सोनी ने गांजा का आर्डर किया था। हरीश साहू करीब 11 माह पहले ही गांजा तस्करी करते हुए पकड़ा गया था। वह तखतपुर क्षेत्र में एक घर में बड़े पैमाने पर गांजा रखा था। अभी कुछ दिन पहले ही वह पैरोल पर जेल से बाहर आया है। वह अपने साथी के साथ ओडिशा से गांजा मंगाया था। उसके बयान के आधार पर पुलिस ने इन दोनों को भी आरोपी बनाया है, जो पुलिस गिरफ्त से बाहर है।