प्रमोद मिश्रा
उदयपुर, 15 मई 2022
राजस्थान के उदयपुर में चढ़ने वाले कांग्रेस के चिंतन शिविर का आज तीसरा और अंतिम दिन है । इस चिंतन शिविर में कांग्रेस के सभी बड़े नेता 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति बना रहे हैं । चिंतन शिविर में सभी मुद्दों पर बात की जा रही है और यह खाका तैयार करने की कोशिश की जा रही थी आखिर 2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी को कैसे जीत मिले?
उदयपुर के चिंतन शिविर में कांग्रेस ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर धरना प्रदर्शन, पदयात्रा और जनता दरबार शुरू करने की योजना बनाई है । राहुल गांधी समेत पार्टी के दूसरे बड़े नेता इस धरना-प्रदर्शन का हिस्सा होंगे और आम चुनाव से पहले जनता को कांग्रेस से जोड़ने की कोशिश करेंगे । एक साल तक चलने वाले इस कार्यक्रम के जरिए कांग्रेस बेरोजगारी के मुद्दे को जनता के सामने जोर-शोर से लेकर जाना चाहती है और अपने पक्ष में जनमत तैयार करना चाहती है ।
सूत्रों के अनुसार साल भर चलने वाले इस अभियान में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के अलावा राहुल गांधी भी शामिल होंगे । कांग्रेस का ये अभियान जन जागरण 2.O का हिस्सा है । यूथ कांग्रेस ने भी इस तर्ज पर देश भर में यात्राएं आयोजित करने का प्रस्ताव दिया है ।
रिपोर्ट के अनुसार यूथ कमेटी ने प्रस्ताव दिया है कि देश भर में लोगों को पार्टी से जोड़ने के लिए कांग्रेस को कश्मीर से कन्याकुमारी तक बेरोजगारी के मुद्दे पर आंदोलन करना चाहिए । इस आंदोलन में राहुल गांधी समेत पार्टी के दूसरे नेताओं को शिरकत करना चाहिए ।
चिंतन शिविर के दौरान आंदोलन कमेटी के चेयरपर्सन दिग्विजय सिंह ने साल भर चलने वाले अभियान की विस्तृत रूप-रेखा प्रस्तुत की । दिग्विजय सिंह के इस प्रस्ताव पर चिंतन शिविर में लंबी बातचीत हुई ।
बता दें कि उदयपुर में चिंतन शिविर के दूसरे दिन पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने महासचिवों, स्टेट इंचार्ज, पीसीसी चीफ और अलग अलग राज्यों के विधायक दल के नेताओं से बात की थी । इसी दौरान जन जागरण अभियान 2.O पर चर्चा हुई थी. इस मीटिंग में राहुल गांधी मौजूद थे । कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की मौजूदगी में उन मुद्दों पर चर्चा हुई जिसे केंद्र के खिलाफ आंदोलन के दौरान उठाया जाएगा ।
बता दें कि कांग्रेस ने इससे पहले 14 नवंबर से 29 नवंबर 2021 के बीच केंद्र सरकार के खिलाफ व्यापक प्रदर्शन अभियान लॉन्च किया गया था । इस आंदोलन का मकसद लोगों को पार्टी से जोड़ना था । इस दौरान पार्टी ने किसानों की स्थिति, नौकरी, महंगाई, आर्थिक मंदी जैसे मुद्दों पर केंद्र सरकार को घेरा था ।
कांग्रेस ने नव संकल्प शिविर संगठन को मजबूत करने और भविष्य की रणनीति का खाका तैयार करने के लिए आयोजित किया है, पर शिविर में नेतृत्व मुद्दा छाया रहा। इस दौरान कई नेताओं ने प्रियंका गांधी वाड्रा को भी अध्यक्ष बनाने की मांग की।
राजनीतिक मामलों की समिति में चर्चा के दौरान पार्टी नेता और धर्म गुरु आचार्य प्रमोद कृष्णम ने मुखरता से प्रियंका गांधी को अध्यक्ष बनाने की मांग की। प्रमोद कृष्णम ने जिस वक्त यह मांग की, उस वक्त कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी बैठक में मौजूद थीं।