नेशनल डेस्क
गुजरात, 02 जून 2022
गुजरात के युवा नेता और गुजरात कांग्रेस के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल आज बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं । बीजेपी में शामिल होने से पूर्व उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि राष्ट्र सेवा के भगीरथ कार्य में छोटा सा सिपाही बनकर काम करूंगा । हार्दिक पटेल ने कहा- “राष्ट्रहित, प्रदेशहित, जनहित एवं समाज हित की भावनाओं के साथ आज से नए अध्याय का प्रारंभ करने जा रहा हूँ । भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र भाई मोदी जी के नेतृत्व में चल रहे राष्ट्र सेवा के भगीरथ कार्य में छोटा सा सिपाही बनकर काम करूँगा.”
हार्दिक पटेल गुजरात की राजनीति में एक उभरता हुआ सितारा बनते नजर आ रहे हैं । गुजरात में कभी पाटीदार आंदोलन तो कभी कांग्रेस में शामिल होने से लेकर उसके प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद कांग्रेस को अलविदा कहने के बाद अब बीजेपी पार्टी का दामन थामने तक वह लगातार सुर्खियां बटोरते रहे हैं । फिलहाल हार्दिक पटेल आज दोपहर 12 बजे अपने 15 हजार कार्यकर्ताओं के साथ बीजेपी में शामिल हो जाएंगे ।
बीजेपी में शामिल होने के लिए पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने एक पोस्टर भी जारी किया है । इसके अनुसार बताया गया है कि हार्दिक पटेल 2 जून को गुरुवार के दिन पटेल कमलम् गांधीनगर में बीजेपी में शामिल होंगे । पोस्टर में बताया गया है कि हार्दिक के बीजेपी में ज्वाइन होने के कार्यक्रम आज सुबह 9 बजे से शुरू होगा । वह सुबह 9 बजे घर पर दूर्गा पाठ करेंगे इसके बाद वह सुबह 10 बजे SGVP गुरुकुल पर श्याम और धनश्याम की आरती करेंगे ।
18 मई को कांग्रेस को कहा था अलविदा
पोस्टर के अनुसार बीजेपी में शामिल होने से पहले हार्दिक पटेल साधु-संतों समेत गौ पूजा में हिस्सा लेंगे । इसके बाद वह 11 बजे पटेल कमलम् गांधीनगर में बीजेपी के प्रदेश प्रमुख की उपस्थिति में बीजेपी में शामिल हो जाएंगे । फिलहाल लंबे समय से कांग्रेस से नाराज चल रहे हार्दिक पटेल ने 18 मई 2022 को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था ।
कांग्रेस की लीडरशिप से थे परेशान
बता दें कि पीएम मोदी के लिए यमराज से लेकर झूठा शब्दों का इस्तेमाल कर फेमस होने वाले हार्दिक पटेल अब खुद ही बीजेपी का दामन थामने जा रहे हैं । हार्दिक ने कांग्रेस का हाथ साल 2019 में थामा था । कांग्रेस ने 11 जुलाई 2020 को हार्दिक को गुजरात में प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष की कमान सौंपी थी । हार्दिक का कहना है कि कांग्रेस की लीडरशिप परेशान कर रही थी, जिसके कारण उन्होंने कांग्रेस से अपने हाथ खींच लिए ।