प्रमोद मिश्रा
जांजगीर, 24 जून 2022
एक तरफ बिलासपुर के अपोलो अस्पताल में राहुल का इलाज जारी है और राहुल तेजी से ठीक हो रहा है, तो वहीं दूसरी और राहुल के बोरवेल में गिरने और उसके रेस्क्यू को लेकर डॉक्यूमेंट्री भी बनने वाली है । दरअसल, छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा के बोरवेल में गिरे 10 साल के राहुल को बचाने के लिए खोदे गए गड्ढे और टनल को फिलहाल बंद नहीं किया जाएगा। उस पर अब डॉक्यूमेंट्री बनाई जाएगी। तब तक गड्ढे की बैरिकेडिंग के लिए PWD को निर्देश दिए गए हैं। वहीं दूसरी ओर एक दिव्यांग बच्चे को बचाने की छत्तीसगढ़ सरकार की कोशिशों को केंद्रीय सामाजिक, न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय ने भी सराहा है। खास बात यह है कि राहुल की तबीयत अब बहुत ठीक है और संभवत: उसे शनिवार को डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
60 फ़ीट गड्ढे में गिरा और 105 घण्टे तक चला रेस्क्यू
जांजगीर जिले के मालखरौदा ब्लॉक के पिहरीद गांव निवासी राहुल साहू उसके घर के पीछे खुले हुए 60 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया था। देश का सबसे बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन 105 घंटे तक चलाकर राहुल को बचाया। गड्ढा करीब 65 से 70 फीट गहरा और इतना ही चौड़ा है। ग्रामीणों ने अनहोनी के डर से कलेक्टर को पत्र लिखकर गड्ढा पाटने की बात कही थी ।
डॉक्यूमेंट्री बनेगी
कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला ने इस पर डॉक्यूमेंट्री बनाने की बात कही है। उनका कहना है कि इसका इस्तेमाल आगे स्टडी के रूप में किया जाएगा। जल्द ही इस पर काम शुरू होगा। इसके बाद गड्ढे को पाट दिया जाएगा।
केंद्रीय मंत्रालय ने सरकार के प्रयासों को सराहा
दूसरी ओर सामाजिक, न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की ओर से दिल्ली के विज्ञान भवन में हुई बैठक में इस रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार की तारीफ की गई। केंद्रीय दिव्यांग सलाहकार बोर्ड की बैठक में सदस्यों ने कहा कि एक दिव्यांग बच्चे को बचाने के लिए सरकार ने जो किया, वह उनकी संवेदनशीलता को दिखाता है। बोर्ड के सदस्यों ने कहा कि सरकार की ओर से की गई यह पहल सराहनीय है। बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार कर रहे थे। इसमें कई राज्यों के मंत्री भी मौजूद थे।
देश का सबसे बड़ा बोरवेल रेस्क्यू ऑपरेशन
यह एक बच्चे को बचाने के लिए देश का सबसे बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन लॉन्च किया गया था। 103 घंटे से भी ज्यादा चले इस ऑपरेशन में 4 IAS, 2 IPS, NDRF,SECL और सेना के जवान सहित 500 अफसर-कर्मचारी शामिल रहे। इन सबका बस एक ही मकसद था…सेव राहुल यानी 10 साल के बच्चे राहुल को बचाना है। इससे पहले देश में किसी बच्चे के लिए इतना लंबे समय और संसाधन के साथ कोई रेस्क्यू ऑपरेशन नहीं हुआ। यह ऑपरेशन 5 दिन तक चला था। इसके बाद राहुल को सुरक्षित बचा लिया गया।
अच्छी खबर : अपोलो अस्पताल से आई अच्छी खबर, अपने पैरों में चलने लगा राहुल@ChhattisgarhCMO @bhupeshbaghel @ipskabra @JanjgirDist #saverahulabhiyaan pic.twitter.com/qMEkEAU6V4
— Media24 News Channel (@media24newsrpr) June 23, 2022
कल राहुल हो सकते हैं डिस्चार्ज
अपोलो अस्पताल के डॉक्टरों की टीम ने राहुल को ठीक करने में पूरी तत्परता दिखाई और अब राहुल पूरी तरह से ठीक हो गया है । माना जा रहा है कि कल राहुल को अपोलो अस्पताल से छुट्टी दिया जा सकता है ।