प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 05 सितंबर 2022
शिक्षक दिवस के मौके पर छत्तीसगढ़ के राजभवन में शिक्षकों का सम्मान किया गया । इस मौके पर राज्यपाल अनुसुईया उइके, CM भूपेश बघेल, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम मौजूद रहे । कार्यक्रम में सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा
शिक्षक दिवस पर सभी शिक्षकों को बधाई देता हूं। राज्यपाल को बधाई, क्योंकि उन्होंने भी शिक्षक के रुप में जीवन की शुरुआत की थी।
उन्होंने कहा कि डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने अपना जन्मदिन शिक्षक दिवस के रुप में मनाने की परंपरा शुरू किए। अब्दुल कलाम भी खुदको शिक्षक कहलाना पसंद करते थे।
CM ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, मनमोहन सिंह भी शिक्षक रहे हैं। CM ने कहा कि शिक्षक दिवस में बहुत सारे निर्णय लिए गए हैं। शिक्षा की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए शिक्षकों ने नवाचार किया। मोटर सायकल वाले, छतरी वाले गुरुजी समेत कई पहल किए गए। पीएम ने, नीति आयोग ने कई बार प्रशंसा की है। आप सबको सैल्यूट करता हूं कि आपने विपरीत परिस्थिति में बेहतर काम किया, स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल ने शहरी क्षेत्र में डिमांड है, पर आदिवासी क्षेत्र में भी डिमांड है। अब 279 स्कूल कम समय में शुरु किए गए। स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल के लिए किए, पर नक्सलियों के कारण बंद 260 बंद स्कूलों को हमने फिर से शुरु किया। स्कूल की मरम्मत पिछले कई बीस पच्चीस सालों से रंगाई पुताई, बावंडरी वॉल तक नहीं बना था। 500 करोड़ का हमने प्रावधान किया है, ताकि बेहतर वातावरण मिले।
सीएम ने कहा कि सरकारी स्कूलों में जहां जहां बोलियां बोली जाती हैं, वहां अब एक दिन लोकल भाषा में पढ़ाई होगी। स्वामी आत्मानंद में अब संस्कृत में भी पढ़ाई होगी। एक उत्कृष्ट विद्यालय नवा रायपुर में इसका शिलान्यास करके स्कूल बनेगा, अगले साल तक स्कूल बन जायेगा। गांव हो या शहर हो, हर तरह उत्कृष्ट शिक्षा देंगे ।
राज्यपाल अनुसुईया उइके ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जो कार्य मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में शिक्षा के क्षेत्र में किया है, वह अतुलनीय है । राज्यपाल ने स्वामी आत्मानंद स्कूलों पर सीएम की जमकर तारीफ भी की । राज्यपाल ने राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे विकास को लेकर कहा कि मुझे लगता है कि पूरे देश में सबसे ज्यादा काम छत्तीसगढ़ में हुआ है ।
इन शिक्षकों को मिला सम्मान
प्रदेश के महान साहित्यकारों के नाम पर 4 शिक्षकों को स्मृति पुरस्कार, 56 शिक्षक राज्य शिक्षक सम्मान से सम्मानित हुए ।
शिक्षक दिवस के अवसर पर राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में 60 शिक्षकों को सम्मानित किया गया । इनमें से 56 शिक्षक राज्य शिक्षक सम्मान और 4 शिक्षकों को प्रदेश के महान साहित्यकारों के नाम पर स्मृति पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। समारोह में राज्य शिक्षक पुरस्कार के लिए चयनित 56 शिक्षिकों में से प्रत्येक को 21-21 हजार रूपाए की राशि और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया । इसके अलावा प्रदेश के महान विभूतियों की स्मृति में दिए जाने वाले पुरस्कार से सम्मानित होने वाले प्रत्येक शिक्षक को 50-50 हजार रूपए और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया ।
राज्य स्मृति पुरस्कार
शिक्षक दिवस के अवसर पर राज्य स्तरीय समारोह में प्रदेश के 04 महान साहित्यिक विभूतियों के नाम पर 04 शिक्षकों को राज्य शिक्षक सम्मान से नवाजा गया । इनमें रायपुर जिले के जेल शिक्षक नेतराम नाकतोड़े को ’’डॉ. मुकुटधर पाण्डेय स्मृति पुरस्कार’’, कांकेर जिले की व्याख्याता श्रीमती मीरा आर्ची चौहान को ’’ गजानन्द माधव मुक्तिबोध स्मृति पुरस्कार’’, कोरबा जिले के व्याख्याता एलबी राकेश टंडन को ’’डॉ. बलदेव प्रसाद मिश्र स्मृति पुरस्कार’’ और महासमुंद जिले के शिक्षक एलबी हेमंत कुमार खुटे को ’’डॉ. पदुमलाल पुन्नालाल बक्शी स्मृति पुरस्कार’’ प्रदान किया जाएगा।
राज्य शिक्षक पुरस्कार-2021
राज्य शिक्षक पुरस्कार वर्ष 2021 से सम्मानित होने वाले 56 शिक्षकों में से कांकेर जिले की प्रधान अध्यापक नंदिनी प्रभा बाजपेई और व्याख्याता रामप्रसाद नेताम, नारायणपुर जिले के प्राचार्य मनोज कुमार बांगड़े और सहायक शिक्षक एल.बी. रंजीता नाग, जगदलपुर जिले की व्याख्याता पूर्णिमा सरोज और व्याख्याता माधुरी कुशवाहा, दंतेवाड़ा जिले की व्याख्याता टी. विजय लक्ष्मी और व्याख्याता राकेश कुमार मिश्र, कोण्डागांव जिले की सहायक शिक्षक एल.बी. मधु तिवारी और व्याख्याता राजेश पांडेय, बीजापुर जिले के व्याख्याता लम्बाड़ी धनंजय और व्याख्याता एल.बी. मोहन लाल निषाद, बालोद जिले के व्याख्याता एल.बी. भूपेश्वरनाथ योगी और व्याख्याता एल.बी. रघुनंदन गंगबोईर, राजनांदगांव जिले के व्याख्याता एल.बी. बसंत कुमार यादव और शिक्षक एल.बी. इंदिरा चंद्रवंशी, दुर्ग जिले की शिक्षक प्रज्ञा सिंह और शिक्ष रश्मि नामदेव, कबीरधाम जिले के व्याख्याता एल.बी. तुलसराम चंद्राकर और व्याख्याता मनहरण लाल तुर्केले, बेमेतरा जिले के व्याख्याता एल.बी. विकेंश कुमार यादव और शिक्षक एल.बी. आनंद कुमार ताम्रकार, महासमुंद जिले के सहायक शिक्षक भोजराज और उ.व.शि.एल.बी. खेमराज साहू, गरियाबंद जिले के शिक्षक कमलकिशोर ताम्रकर और सहायक शिक्षक एल.बी. भागचंद चतुर्वेदी, रायपुर जिले की व्याख्याता डॉ. मीना शर्मा और व्याख्याता सुनील नायक, धमतरी जिले की व्याख्याता मंजूषा साहू और सहायक शिक्षक एल.बी. छगन लाल साहू, बलौदाबाजार जिले के सहायक शिक्षक एल.बी. महेत्तर लाल देवांगन और प्रधान पाठक जान्तीलाल कुर्रे, जांजगीर-चांपा जिले के व्याख्याता एल.बी. कुंज किशोर और सहायक शिक्षक एल.बी. अर्चना शर्मा का नाम शामिल है।
इसी प्रकार मुंगेली जिले की शिक्षक एल.बी. स्वाती पांडेय और सहायक शिक्षक एल.बी. भरत लाल साहू, रायगढ़ जिले के प्रधान पाठक आशीष रंगारी और व्याख्याता रश्मि वर्मा, बिलासपुर जिले की सहायक शिक्षक एल.बी. ज्योति पांडेय और सहायक शिक्षक एल.बी. बलदाऊ सिंह कश्यप, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के सहायक शिक्षक एल.बी. श्री जगदीश आदिले और प्राचार्य गोपाल दास गुप्ता, कोरबा जिले के सहायक शिक्षक एल.बी. नोहर चंद्रा और प्राचार्य बीरभद्र सिंह पैकरा, शिक्षा जिला सक्ती की शिक्षक एल.बी. प्रतिभा यादव और सहायक शिक्षक एल.बी. पुष्पेन्द्र कुमार कश्यप, जशपुर जिले के व्याख्याता सुभाषचंद्र वर्मा और व्याख्याता एल.बी. डमरूधर स्वर्णकार, कोरिया जिले के व्याख्याता एल.बी. चेतनारायण कश्यप और शिक्षक एल.बी. वीरांगना श्रीवास्तव, सूरजपुर जिले की सहायक शिक्षक एल.बी. मीना राजवाड़े और प्रधान पाठक मेराजुद्दीन खान, सरगुजा जिले की शिक्षक एल.बी. अनिता तिवारी और व्याख्याता दीपलता देशमुख, बलरामपुर जिले के व्याख्याता एल.बी. अरबिन्द कुमार गुप्ता तथा व्याख्याता एल.बी. यूधन प्रसाद जायसवाल का नाम शामिल है।