प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 14 अक्टूबर 2022
छत्तीसगढ़ में ईडी की कार्रवाई पर बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने दिखाई दे रहे हैं । कांग्रेस पार्टी से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खुद फ्रंट में आकर ईडी की कार्रवाई का विरोध कर इसे बीजेपी की चाल बता रहे हैं, तो दूसरी तरफ विपक्षी पार्टी बीजेपी भी इस मामले में कांग्रेस की सरकार को आड़े हाथ ले रही है । भारतीय जनता पार्टी के सांसद संतोष पांडेय ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर प्रहार करते हुए कहा कि आख़िर छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों को कौन संरक्षण दे रहा है? उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल सरकार के मंत्री जिन भ्रष्टाचारियों की शिकायत करते हैं, उनके विरुद्ध होने वाली कार्रवाई पर भूपेश बघेल आड़े आते हैं। आखिर भ्रष्टाचारियों और भूपेश बघेल के बीच रिश्ता क्या है?
सांसद संतोष पांडेय ने कहा कि छत्तीसगढ़ के दिग्गज मंत्री ने आरोप लगाते हुए अपना पंचायत विभाग छोड़ा और राजस्व मंत्री ने कलेक्टर पर भ्रष्ट होने के आरोप लगाये। गृह मंत्री ने बड़े सट्टे के कारोबार की पुष्टि की, कांग्रेस के विधायक ने पुलिस थानों में रेट चार्ट लगाने की बात कही, ये सभी कांग्रेस के ही लोग है जिन्होंने अपनी सरकार की ही पोल खोली है । लेकिन, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इनका समर्थन नही किया, आखिर इसकी वजह क्या है? जनता जानना चाहती है कि अवैध वसूली का सरदार कौन है? कोयले की दलाली से लेकर हर तरह की जो दलाली चल रही है, उसका पैसा किसके पास पहुंच रहा है? मुख्यमंत्री की डिप्टी सेक्रेटरी के यहां लगातार छापे के बावजूद उन पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं होना आखिर किस बात का प्रमाण है? छत्तीसगढ़ में माफिया किसके इशारे पर सक्रिय हैं? पश्चिम बंगाल की तरह छत्तीसगढ़ में भी पार्थ चटर्जी हैं, मोनालिसा है। लेकिन यह छत्तीसगढ़ है। यहां हम किसी भी कीमत पर इस तरह का गोरख धंधा नहीं होने देंगे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बताएं कि वसूली गैंग के सरदार वो नही हैं तो फिर आखिर कौन छत्तीसगढ़ में यह सब करवा रहा है? भूपेश बघेल बताएं कि क्या वजह है कि इतने छापों के बावजूद वे अपनी डिप्टी सेक्रेटरी को पद पर बनाए हुए हैं? क्या उसके माध्यम से ही यह सारा खेल चल रहा है? छत्तीसगढ़ की जनता जानना चाहती है कि यह कौन सा खेल हो रहा है?