प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 08 दिसंबर 2022
हिमाचल प्रदेश के चुनाव परिणाम अब पूरी तरीके से स्पष्ट हो चुके हैं और इस बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को पूर्ण बहुमत मिला है । अब इसके बाद यह स्पष्ट हो चुका है कि हिमाचल प्रदेश में अगला मुख्यमंत्री कांग्रेस पार्टी का होगा । ऐसे में इस जीत के कई मायने हैं क्योंकि अभी तक सिर्फ राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार थी । लेकिन, अब हिमाचल प्रदेश भी इस लिस्ट में शामिल हो चुका है ।
वैसे तो कई किरदारों ने इस जीत में अपना योगदान निभाया । लेकिन, अगर जीत के असली हीरो की बात करें तो कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नाम सबसे पहले लिया जाएगा । क्योंकि, हिमाचल में चुनाव प्रचार की कमान कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संभाली थी ।
कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बतौर सीनियर ऑब्ज़र्वर बनाकर चुनाव में जीत दिलाने की जिम्मेदारी दी थी । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हिमाचल के कई विधानसभाओं में जाकर चुनाव प्रचार में लगे रहे और कांग्रेस प्रत्याशियों के लिए जनसंपर्क के साथ कई जन सभाएं भी की । जनसंपर्क के माध्यम से लोगों तक पहुंचने का काम भी मुख्यमंत्री ने किया । छत्तीसगढ़ में लागू होने वाली कई योजनाएं जैसे ‘ओल्ड पेंशन स्कीम’ को भी हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में रखा और विशेषज्ञ मान रहे हैं कि कांग्रेस की जीत में ‘ओल्ड पेंशन स्कीम’ का बहुत बड़ा योगदान रहा है । राजनीति के जानकार मानते हैं कि ओल्ड पेंशन स्कीम का फार्मूला हिमाचल में चल गया और कांग्रेस की बड़ी जीत हिमाचल में हो गई ।
छत्तीसगढ़ की मॉडल की हिमाचल के घोषणा पत्र में चर्चा
यहां पर हम आपको बता रहे हैं कि छत्तीसगढ़ में होने वाले कौन से योजनाओं का जिक्र कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र(प्रतिज्ञा पत्र) में रहा –
■ हर पशुपालक से हर दिन दस किलो दूध सरकार की ओर से खरीदा जाएगा। इससे पशुपालकों को प्रोत्साहन भी मिलेगा और आवारा पशुओं की समस्या भी कम होगी। पशुपालकों से दो रुपए प्रति किलो की दर से गोबर खरीदा जाएगा। इस गोबर से वर्मी कंपोस्ट में बदलने के लिए पंचायत के स्तर पर व्यवस्था बनाई जाएगी। पशु चारा के लिए विशेष अनुदान मिलेगा। प्रति घर में 4 गायों तक की खरीद पर सब्सिडी दी जाएगी।
■ सरकार के गठन के तुरंत बाद मंत्रिमंडल की पहली बैठक में पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करेंगे। कर्मचारियों को देय एरियर का निश्चित समयावधि में भुगतान सुनिश्चित किया जाएगा।
■ हिमाचल में हर बार अस्पतालों तक पहुंच पाना संभव नहीं होता। इसलिए दूर दराज के इलाकों तक कांग्रेस सरकार मोबाइल क्लिनिक सुविधा शुरू करेगी। इससे छोटी मोटी बीमारियों के लिए इलाज गांव में ही मिलना संभव हो सकेगा। सभी एचएससी, पीएचसी, सीएचसी में स्टाफ, डॉक्टर और अन्य पैरा मेडिकल स्टाफ की भर्ती की जाएगी ताकि सभी संस्थानों को स्वतंत्र रूप से चलाया जा सके। प्रदेश के अन्य बड़े जिलों में मेडिकल कॉलेज की स्थापना की जाएगी और एमसीआई के माध्यम से मेडिकल कॉलेजों की सीटें भी बढ़ाई जाएंगी।
हिट रहा फॉर्मूला
छत्तीसगढ़ मॉडल की ओल्ड पेंशम स्कीम, गोबर खरीदी, मोहल्ला क्लीनिक ऐसे मुद्दे रहे, जिन मुद्दों को कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में समाहित किया और कांग्रेस को बड़ी जीत चुनाव में मिली। साथ ही छत्तीसगढ़ ओलंपिक की तर्ज पर हिमाचल में भी पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने का विषय भी घोषणा पत्र में समाहित किया गया है, जो बहुत बड़ा रोल कांग्रेस की जीत में निभाई है ।
हिट रही दोनों की जोड़ी
प्रियंका और भूपेश की जोड़ी जब चुनाव के मैदान में कांग्रेस को जीत दिलाने में लगी थी, तो विपक्षी पार्टियों को लग रहा था कि इनकी जोड़ी चुनाव में कमाल नहीं कर पायेगी । कई जनसभाओं में प्रियंका गांधी ने छत्तीसगढ़ मॉडल की चर्चा कर वोट मांगे । सीएम भूपेश बघेल ने भी बड़ी दमदारी से छत्तीसगढ़ में उनके सरकार द्वारा किये गए कार्यों और छत्तीसगढ़ मॉडल को जनता के सामने रखा । अब ऐसे में जब चुनाव परिणाम आ चुके हैं, तो कहा जा सकता है कि प्रियंका और भूपेश की जोड़ी हिमाचल के चुनाव में कमाल कर गई और छत्तीसगढ़ मॉडल ने कांग्रेस की जीत में बड़ी भूमिका निभा दी ।