शंकर अधीजा
बिलासपुर, 25 दिसंबर 2022
छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर में एक मां अपनी बेटी की चाह के लिए पिछले दो दिनों से धरने पर बैठी है । महिला का आरोप है कि उसके पति ने ही उसकी बेटी की इज्जत लूटी थी । दरअसल, महिला बाल कल्याण समिति के पास से अपनी 9 वर्षीय बच्ची को वापस पाने एक महिला शनिवार को कलेक्ट्रेट के सामने धरने पर बैठ गई, उनके साथ धरने में आम आदमी पार्टी के लोग साथ में शहर के कई एनजीओ के सदस्य भी बैठे हुए हैं । प्रशासन के अधिकारियो ने मौके पर जाकर महिला को समझाने का काफी प्रयास किया लेकिन महिला दो दिनों से धरने पर ही बैठी हुई है ।
महिला का कहना है कि उसकी 9 वर्षीय बच्ची के साथ पिता ने अनैतिक कार्य किया, थाने में पति के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराई गई । पुलिस ने बच्ची को बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के पास भेज दिया । अब मां अपनी बच्ची को पाने सी डबल्यू सी के पास जा रही है पर बच्ची नहीं मिल रही है । इस मामले में हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका भी लगाई थी जिस पर हाईकोर्ट ने सीडब्ल्यूसी को मां के प्रकरण का 7 दिनों के भीतर निराकरण करने का निर्देश दिया था । 7 दिन बीत जाने के बाद भी महिला को उसकी बच्ची नहीं मिल, तब मां ने कलेक्टर कोर्ट में मामला लगाया । किंतु, अब तक 60 दिन बीत जाने के बावजूद बच्ची नहीं मिलने से महिला परेशान हैं ।
महिला का आरोप है कि उसके पति एक रसूखदार परिवार से है जिसके प्रभाव के कारण उसे उसकी बच्ची नहीं मिल पा रही । अब तो 164 के बयान भी हो गया है बच्ची को रायगढ़ शिफ्ट किया जा रहा है इसलिए वह धरने को मजबूर हुई है ।
इस मामले में Csp सिविल लाइन ने कहा कि आरोपी फरार हैं । दुष्कर्म के मामले में सीडब्ल्यूसी को जांच करने का अधिकार नहीं है । पॉक्सो एक्ट के मामले में f.i.r. हुई है और आरोपी फरार है, उसकी तलाश की जा रही है ।