प्रमोद मिश्रा, खरसिया, 05 मई 2023
छत्तीसगढ़ के खरसिया में 27 अप्रैल को हुए एक विस्फोट में शामिल ड्रोन के निर्माता के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस घटना में चार ड्रोन पायलट गंभीर रूप से झुलस गए थे। उनका रायपुर के एक अस्पताल की बर्न यूनिट में इलाज चल रहा है। पुलिस ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी।
IPC की इन धाराओं में दर्ज हुआ मामला
खरसिया एसएचओ आशीर्वाद राहटगोकर ने घटना के बारे में कहा, “शिकायत के आधार पर हमने ड्रोन निर्माता कंपनी के खिलाफ मामले में भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 287, 308 और 337 के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। जांच आगे बढने पर इसमें और आरोप जोड़े जाएंगे।” इस बीच ड्रोन निर्माता कंपनी IdeaForge ने एक बयान जारी कर दावा किया कि यह घटना बैटरी पैक में विस्फोट के कारण हुई
ड्रोन कंपनी ने बचाव में दी ये दलील
कंपनी के बयान में कहा गया है, “ड्रोन में नहीं बल्कि बैटरी पैक जिसे चार्ज करने के लिए रखा गया था उसमें विस्फोट हुआ। हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि घटना में शामिल 4 सदस्यों में से 3 अस्पताल में भर्ती थे। इस चरण में घटना के डिटेल्स का पता लगाया जा रहा है। हमारी विनिर्माण सुविधा सुसज्जित है।” कंपनी ने अपने बयान में कहा, “उच्च गुणवत्ता वाले परीक्षण उपकरण और हमारे यूएवी को ग्राहक तक पहुंचाने से पहले कड़े गुणवत्ता जांच से गुजरना पड़ता है।”
ग्राहकों के लिए अपडेटेड एसओपी का वादा
बयान में कहा गया है, “हालांकि हम हमेशा सतर्क रहते हैं और अपने सभी ग्राहकों को सूचित करते हैं कि उनके यूएवी की देखभाल कैसे करें। इस घटना के बारे में हम अपने ग्राहकों के लिए अतिरिक्त एसओपी को दोहराएंगे और जारी करेंगे। हम उद्योग में एक दशक से अधिक समय से हैं और यह पहली बार है जब इस तरह की घटना की सूचना हमें दी गई है और यह वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण है। जहां तक हम जानते हैं, डीजीसीए के पास कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई है।”
रायपुर के अस्पताल की बर्न यूनिट में भर्ती हैं घायल
एसएचओ रहटगोकर ने बताया, “कुछ लोग यहां एक सर्वेक्षण करने के लिए आए थे। उन्होंने 27 अप्रैल को एक लॉज में जांच की। ड्रोन को चार्ज करने के 10-15 मिनट बाद एक बड़ा धमाका हुआ, जिसमें चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। कमरा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। चार घायलों को अस्पताल ले जाया गया और वर्तमान में बर्न यूनिट में उनका इलाज किया जा रहा है।” उन्होंने आगे बताया कि चारों घायलों का रायपुर के अस्पताल की बर्न यूनिट में अभी भी इलाज चल रहा है।