“अफरातफरी में बैंक की ओर न भागें, आपके पास 4 महीने हैं…”, 2000 रुपये का नोट चलन से बाहर होने पर RBI गवर्नर की सलाह

National

प्रमोद मिश्रा, 22 मई 2023

नई दिल्ली: 2016 की नोटबंदी के बाद मची अफरातफरी के बाद इस बार भी पिछली बार की तरह कुछ लोगों को काफी परेशानी हो रही है. यह साफ है कि इस बार रोक तुरंत प्रभाव से नहीं लगाई गई है और इस बार 2000 रुपये के नोट पर आगामी तारीख के बाद प्रचलन पर रोक लगाई जाएगी. ऐसे में इतनी चिंता की बात नहीं है. लोगों को यही बात समझाने के लिए आज आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने खुद मीडिया के सामने आकर कई बातों को साफ किया. उन्होंने मीडिया के कई सवालों का जवाब दिया.
ये करेंसी मेनेजमेंट ऑपरेशन है
आरबीआई गवर्नर ने 2000 के नोट के प्रचलन से बाहर करने के मुद्दे पर साफ किया कि ये करेंसी मेनेजमेंट ऑपरेशन है, पहले भी होता रहा है. ऐसा नहीं है कि यह पहली बार हुआ है. उन्होंने बताया कि 2013-14 में भी 2005 से पहले छपे नोटों को बदला गया था. हम भी वापस ले रहे हैं. शक्तिकांत दास ने कहा कि हम इसे प्रचलन से वापस ले रहे हैं, ये लीगल टेंडर बना रहेगा.

क्यों लाए गए और क्यों हटाए गए
2000 रुपये के नोट क्यों लाए गए थे इस सवाल के जवाब में दास ने कहा कि ये पैसा की प्रचुर मात्रा में उपलब्धता लाने के लिए लाया गया था. तब 500-1000 के नोट हटाए गए थे और बाजार में नोटों का अभाव हो गया था. अब इसे क्यों हटाया जा रहा है के सवाल के जवाब में आरबीआई गवर्नर ने कहा कि 2000 रुपये के नोट हायर वैल्यू ऑफ करेंसी थी. धीरे-धीरे इसका सर्कुलेशन 50 प्रतिशत से नीचे आ गया. इसकी प्रिंटिंग रोक दी गई थी. इन नोटों का लाइफ साइकिल भी पूरा हो चुका था.


30 सितंबर तक का समय क्यों
करेंसी मैनेजमेंट करने के लिए एक प्रक्रिया होती है. 30 सितंबर तक का समय दिया गया है. प्रक्रिया को पूरा करने के लिए समय दिया गया है. तारीख इसलिए दी गई है ताकि लोग इसे गंभीरता से लें. शक्तिकांत दास ने कहा कि लोग बैंकों में दौड़कर न जाएं. आराम से बैंक जाएं, अपना समय लें. अभी चार महीने हैं. हम देखेंगे के कितने नोट वापस आए. हम बैंकों के जरिए यह मॉनिटर कर रहे हैं.

 

 

 

पढ़ें   तेलंगाना के इतिहास में पहली बार कांग्रेस सरकार

बैंकों में भीड़ न लगाएं

सबसे बड़ी बात जो शक्तिकांत दास ने कही कि इस बार लोगों के पास 4 महीने का समय है. यह जरूरी नहीं है कि सभी लोग जल्दी ही बैंक में पहुंच जाएं और भीड़ लगाएं. अच्छा होगा कि धीरे-धीरे अपने समय के अनुसार लोग नोट बदली के लिए बैंक में जाएं.

Share