प्रमोद मिश्रा, 17 जून 2023
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में आदिम जाति सेवा सहकारी समिति के कर्मचारियों की हड़ताल किसानों के लिए मुसीबत बन रही है। किसान खाद बीज के लिए सहकारी समितियों के चक्कर लगाने को मजबूर हैं जबकि समिति संचालक अपनी मांगों की पूर्ति के लिए अड़े हुए हैं। वहीं, प्रशासन ने अब तक कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं बनाई है, जिसके चलते किसान लगातार परेशान हो रहे हैं।
छत्तीसगढ़ में मानसून प्रवेश करने में अब कुछ ही दिनों की देरी है। किसानों ने मानसून के पहले ही खेती किसानी की तैयारियां पूरी कर ली है। अब सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से उन्नत किस्म के बीजों की खरीदी कर खेतों मे व्यवस्थित करना है। कुछ ही दिनों का समय बाकी है तो दूसरी ओर सेवा सहकारी समिति के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गए हैं। जिस वजह से किसानों को खाद-बीज के लिए सहकारी समिति के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। इससे उन्हें काफी परेशानी हो रही है