प्रमोद मिश्रा, 27 जून 2023
हिंदू धर्म में सावन का महीना बहुत ही पवित्र माना जाता है। हर वर्ष सावन माह में भगवान भोले की आराधना की जाती है। इसी माह में कांवड़ यात्रा का आयोजन होता है और सुहागिन व युवतियां भगवान भोले को प्रसन्न करने के लिए सोमवार के व्रत करती हैं। इस वर्ष सावन माह चार जुलाई से शुरू होने जा रहा है। वहीं खास बात यह है कि इस बार सावन 59 दिन का होने वाला है, जिसमें आठ सोमवार पड़ेंगे।
अधिकमास के दिनों का समायोजन सावन माह में
प्रख्यात ज्योतिषी पं. शिवकुमार शास्त्री ने बताया कि ज्योतिष गणना के अनुसार एक चंद्रमास 354 व सौरमास 365 दिनों का होता है। इस तरह से इन दोनों में 11 दिन का अंतर आ जाता है। लिहाजा तीन साल में यह अंतर 33 दिन का हो जाता है।
इस तरह हर तीसरे वर्ष में 33 दिनों का अतिरिक्त एक माह बन जाता है। इन 33 दिनों के समायोजन को ही अधिक मास कहा जाता है। साल 2023 में अधिकमास के दिनों का समायोजन सावन माह में हो रहा है। इस कारण से सावन एक की बजाय दो महीने का होगा और सावन में आठ सोमवार पड़ेंगे।