प्रमोद मिश्रा, 16 अगस्त 2023
पशुओं को सड़कों पर आने से रोकने के लिए प्रशासन ने कई विशेष कदम उठाए हैं। गौशालाओं, गौठानों और कांजी हाउस की ऑनलाइन मैपिंग कार्य किया जा रहा है। गूगल मैप के जरिए आवारा पशुओं सर्च कर उस गौठान, कांजी हाउस ले जाने में मदद मिलेगी। पशुओं के सड़क पर आ जाने से राहगीरों के साथ कई दुर्घटना होते रहती है। अधिकारियों ने मुख्य मार्ग से पशुओं भागने काम लगातार कर रहे हैं। उच्च न्यायालय ने अधिकारियों को इसके लिए विभागीय नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश भी दिए है।
बैठक में नगरीय प्रशासन एवं पंचायत विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मुख्य सचिव के निर्देशानुसार गौशालाओं, गौठान और कांजी हाउस का गूगल मैप पर मैपिंग का काम पूरा हो गया है। गूगल मैप में सर्च करने पर आसानी से पास में कांजी-हाऊस और गौशाला के लोकेशन का पता चल जाता है। उन्होंने बताया कि लेयरिंग का काम चल रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने चिन्हांकित 51 पाइंट्स को को-आर्डिनेट के साथ-साथ ग्रामों और नगरीय निकायों में भी मैपिंग कार्य किया गया है। मुख्य सचिव ने गूगल मैप को यूज करने के लिए बताया कि ग्राम पंचायतों, नगरीय निकायों, राजस्व विभाग, पुलिस सहित कई संबंधितों को उपलब्ध कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए है।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि विभिन्न चयनित सड़कों पर करीब 51 स्थानों में 102 कर्मचारियों अधिकारियों की ड्यूटी पर तैनात कर दिया गया है। इन लोकेशन की पूरा जानकारी ग्रामवार मैपिंग के लिए उपलब्ध करा दी गई है। अधिकारियों ने बताया कि आम लोगों के पशुओं के सड़क पर होने की जानकारी हेल्प लाइन नंबर 1033 पर दी जा सकती है। हाईवे पेट्रोलिंग के संबंध में एसओपी भी जारी कर दी गई है। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि पशुओं की टैगिंग और रेडियम बेल्ट बांधने के कार्य में और तेजी लाई जाए।