प्रमोद मिश्रा
रायपुर/नई दिल्ली, 17 अगस्त 2023
छत्तीसगढ़ में इस साल के नवंबर में विधानसभा के चुनाव होने हैं, ऐसे में भारतीय जनता पार्टी चुनावी तैयारी में दिख रही है । कल रात को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई, जिसमें तकरीबन 2 घंटे तक छत्तीसगढ़ के विषय पर गहन चर्चा हुई । बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र।मोदी, जे पी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, छत्तीसगढ़ के प्रभारी ओम प्रकाश माथुर, चुनाव के लिए नियुक्त सह प्रभारी मनसुख मांडविया,प्रदेश संगठन मंत्री अजय जामवाल, प्रदेश सह प्रभारी नितिन नबीन, डॉक्टर रमन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, नारायण चंदेल और विजय शर्मा मौजूद रहे ।
बैठक में टिकट वितरण के अलावा सीटों के सियासी समीकरण, विधायकों और नेताओं के परफॉर्मेंस पर भी चर्चा हुई । पार्टी सूत्र बताते हैं कि 15 से 20 ऐसी सीटों पर नामों का ऐलान जल्द हो सकता है। जहां भाजपा हर चुनाव में कमजोर ही रही हो। पार्टी ने इस बार जाति समीकरण को पूरी तरजीह देकर चयन प्रक्रिया अपनाई है। जहां भाजपा कमजोर है वहां प्रत्याशियों के नामों के ऐलान पिछली बार के मुकाबले इस बार जल्दी किया जाएगा। पार्टी का मानना है कि इससे उन सीटों पर भाजपा के प्रति सियासी माहौल तैयार करने में मदद मिलेगी।
जिन सीटों में पर नामों का ऐलान हो सकता है उनमें कोंटा, सीतापुर, खरसिया, जैजेपुर, पामगढ़, कोरबा, मरवाही, पाली तानाखार, और दुर्ग ग्रामीण जैसी सीटें हैं।
पार्टी इस बार जातीय समीकरण को भी देगी तरजीह
केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में चर्चा के दौरान एक बात सामने आई कि पिछले चुनाव में हार की बड़ी वजह जातिगत समीकरण को ध्यान नहीं देना था । ऐसे में पार्टी इस बार विधानसभा के हिसाब से जाति समीकरण को भी ध्यान देगी । साथ ही दावेदार की अपने साथ ही अन्य समाज में पकड़ कैसी है, इसको तरजीह देते हुए उम्मीदवार का चयन करेगी ।
रायपुर की चार सीटों पर फोकस
पिछले विधानसभा चुनाव में रायपुर की 4 में से तीन सीट बीजेपी ने गंवा दी थी । ऐसे में इस बार पार्टी जातिगत समीकरण को ध्यान में रखकर टिकट का बटवारा कर सकती है । ऐसे में रायपुर दक्षिण से बृजमोहन अग्रवाल, तो रायपुर पश्चिम से किसी ब्राम्हण को पार्टी टिकट दे सकती है । वहीं रायपुर उत्तर से बनिया समाज के दावेदन को पार्टी तरजीह देगी । रायपुर ग्रामीण से साहू समाज की किसी चेहरे पर पार्टी दांव खेल सकती है ।