प्रमोद मिश्रा, 6अक्टूबर 2023
मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जबलपुर पहुंचे, जहां उन्होंने 12,600 करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया. इस दौरान उन्होंने एक जनसभा को भी संबोधित किया. उन्होंने कहा कि आज वीरांगना रानी दुर्गावती के स्मारक के भूमिपूजन का सौभाग्य मिला. उनका जीवन हमें सर्वजन हिताय की सीख देता है.
प्रधानमंत्री ने कहा, “दुनिया के किसी भी देश में अगर रानी दुर्गावती जैसी कोई वीरांगना होती तो वह देश पूरी दुनिया में उछल-कूद करता. आजादी के बाद हमारे देश में भी यही होना चाहिए था, लेकिन हमारे महापुरुषों को भुला दिया गया.”
‘कांग्रेस के दौर में होते थे भ्रष्टाचार’
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा, “2014 में मोदी के आने से पहले क्या हाल था, कांग्रेस के समय में कितने भ्रष्टाचार सामने आते थे. गरीबों का पैसा खाया जाता था. हमने करीब 11 करोड़ फर्जी नामों को वोटर लिस्ट से हटाया. ये वे नाम थे, जिनका कभी जन्म ही नहीं हुआ.”
पीएम मोदी ने कहा कि 2014 से पहले कांग्रेस ने देश में लूट मचा रखी थी। इन्हें सिर्फ अपनी तिजोरियां भरने में लगे थे। सरकार बनने के बाद हमने कांग्रेस की नीतियों को बदला। हमने 11 करोड़ लोगों के नाम सरकारी दफ्तारों से हटाए। ये लोग बिना जन्म लिए ही गरीबों का पैसा खा रहे थे। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के लोग मुझ पर इसलिए गुस्सा करते हैं कि मैंने उनका कट (कमीशन) बंद कर दिया। मैं न देश का खजाना लूटने दूंगा, न कांग्रेस के नेताओं की तिजोरी भरने दूंगा।
उन्होंने कहा, “हमने जन धन, आधार और मोबाइल की ऐसी त्रि-शक्ति बनाई कि कांग्रेस का भ्रष्ट तंत्र तहस-नहस हो गया. आज इस त्रि-शक्ति की वजह से 2.5 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा (जो चोरी होते थे, गलत हाथों में जाते थे) बचाने का काम मोदी ने किया है.”
उन्होंने कहा, “आजादी के बाद दशकों तक जो दल देश में सरकार में बैठा रहा, उसने सिर्फ एक ही परिवार की चरण वंदना करने का काम किया. देश को आजादी एक परिवार ने ही नहीं दिलाई थी, देश का विकास भी सिर्फ एक ही परिवार ने नहीं किया है.”
‘यह वक्त युवाओं का है’
पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि यह समय भारत के युवा का है. युवाओं को जब भी मौके मिलते हैं, तभी विकसित भारत के निर्माण का जज्बा बुलंद होता है. तभी भारत G20 जैसे वैश्विक आयोजन करने में सफल होता है. तभी भारत का चंद्रयान उस जगह पहुंचता है, जहां कोई और देश नहीं पहुंच सका.