छत्तीसगढ़ बीजेपी की संभावित सूची लीक होने पर कांग्रेस ने कसा तंज: कहा- ‘बीजेपी अब दिशाहीन हो चुकी है’

छत्तीसगढ़

प्रमोद मिश्रा

9 अक्टूबर 2023

 

 

 

रायपुर|छत्तीसगढ़ बीजेपी की संभावित दूसरी सूची लीक होने को लेकर कांग्रेस और बीजेपी में जमकर आरोप-प्रत्यारोप लग रहे हैं। एक दूसरे पर खूब निशाना साध रहे हैं। रविवार को कांग्रेस ने तंज कसते हुए कहा कि भाजपा में खूब अंर्तकलह और बवाल मचा हुआ है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि ‘सूत न कपास जुलाहों में लठ्मलठ्ठा’ की स्थिति बीजेपी में देखने मिल रही है। भाजपा की पहली अधिकृत सूची जारी होने के बाद सभी 21 स्थानों पर घोषित प्रत्याशियों के खिलाफ बगावती तेवर भाजपा के कार्यकताओं ने दिखाया और घोषित प्रत्याशियों के विरोध में धरना आंदोलन प्रदर्शन तक हुआ

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि अब भाजपा की संभावित दूसरी सूची जारी हुई है, जिसका अभी तक भाजपा की तरफ से अधिकृत खंडन नहीं आया है। इस सूची के बाद तो भाजपा के सारे अनुशासन के दावे खोखले साबित हो गये हैं। वरिष्ठ नेताओं के कपड़े फाड़ने और प्रदेश अध्यक्ष राष्ट्रीय नेताओं के पोस्टरों में कालिख तक पोती गयी है। भाजपा के चुनाव प्रभारी में मनसुख मंडाविया तक से अभद्रता की गयी। नारेबाजी भी की गयी।


‘भाजपा में लोकतंत्र खत्म हो गया है’
कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शुक्ला ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा में लोकतंत्र खत्म हो गया है। प्रत्याशी चयन के लिये कार्यकताओं से रायशुमारी नहीं की गयी, क्षेत्र में बाहरी प्रत्याशियों को थोपा गया है। भाजपा का केन्द्रीय नेतृत्व भी स्थानीय नेतृत्व के साथ सामंती व्यवहार कर रहा है। इसके कारण वरिष्ठ नेता भी खुद का उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। दिल्ली के नेता, छत्तीसगढ़ के बड़े नेताओं और कार्यकताओं को अपमानित कर रहे हैं, जिसके कारण प्रत्याशी घोषित होने के बाद भाजपा में बगावत देखने को मिल रही है।

‘बीजेपी अब दिशाहीन हो चुकी है’
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा की सिर फुटौव्वल की अभी शुरुआत हुई है, जैसे ही पूरे 90 प्रत्याशी घोषित हो जायेंगे। पार्टी में बड़ा बगावती बम पूरे 90 विधानसभा क्षेत्रों मे फूटेगा। प्रदेश चुनाव प्रभारी मनसुख मंडाविया का यह बयान की अभी तो वायरल सूची है। अधिकृत सूची के बाद क्या होगा। भाजपा के अंदरूनी हालात को बयान करने के लिये काफी है। भाजपा राज्य में मुद्दाविहीन और नेतृत्वविहीन तो थी ही जिस प्रकार से बगावत हो रहा है। उससे साबित हो रहा है कि भाजपा दिशाहीन भी हो चुकी है।

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