ब्यूरो रिपोर्ट
भोपाल, 6 अप्रैल 24|कांग्रेस पार्टी को एक और बड़ा झटका लगा है। दरअसल, कमलनाथ के मनाने पर भी दीपक सक्सेना नहीं मानें और उन्होंने बीजेपी ज्वाइन कर ली। इसके साथ ही उन्होंने कमलनाथ से 45 साल पुराना रिश्ता भी तोड़ दिया है। बता दें कि पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना को सीएम डॉ. मोहन यादव ने बीजेपी की सदस्यता दिलाई है। दरअसल, पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना शुक्रवार की रात भोपाल स्थित बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में अपने समर्थकों के साथ पहुंचे, जहां सीएम डॉ. मोहन यादव ने उन्हें बीजेपी की सदस्यता दिलाई।
कमलनाथ ने दीपक सक्सेना से की थी बात
बता दें कि इससे पहले 22 मार्च को दीपक सक्सेना के बेटे अजय सक्सेना ने भी बीजेपी ज्वाइन कर ली थी। अजय सक्सेना के भाजपा में जाने के बाद से ही दीपक सक्सेना के भी बीजेपी में जाने की अटकलें तेज हो गई थीं। हालांकि 2 अप्रैल को छिंदवाड़ा में कमलनाथ ने दीपक सक्सेना के घर जाकर बातचीत की थी और उन्हें मनाने की कोशिश की थी। इसके बाद भी दीपक सक्सेना ने 45 साल का कमलनाथ से रिश्ता तोड़ते हुए बीजेपी ज्वाइन कर ली।
कमलनाथ से पहले राजनीति में आए दीपक
दरअसल कमलनाथ के छिंदवाड़ा आने से पहले दीपक सक्सेना राजनीति में आ चुके थे। 1970 में पहली बार दीपक सक्सेना रोहना ग्राम पंचायत के पंच बने। इसके बाद 1975 से 1980 तक दीपक सक्सेना रोहना के सरपंच रहे। इसी बीच 1979 में छिंदवाड़ा आए कमलनाथ से दीपक सक्सेना की मुलाकात हुई थी। यहां से सरपंच दीपक सक्सेना राजनीति में छिंदवाड़ा के दूसरे सबसे बड़े सितारे बनकर उभरने लगे। कमलनाथ ने दीपक सक्सेना को 1984 में जिले में कांग्रेस का सबसे बड़ा नाम लाला सुंदरलाल जायसवाल को हटाकर जिला सहकारी बैंक का अध्यक्ष बनाया। जहां लगभग 20 साल तक दीपक सक्सेना लगातार अध्यक्ष बने रहे।