ईरान के राष्ट्रपति रईसी के निधन पर PM मोदी ने जताया शोक, बोले- दुख की घड़ी में ईरान के साथ खड़ा है भारत

Bureaucracy Exclusive Latest National

ब्यूरो रिपोर्ट

नई दिल्ली, 20 मई 2024

ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के निधन पर पीएम मोदी ने शोक जताया है। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि डॉ. सैयद इब्राहिम रईसी के दुखद निधन से गहरा दुख और झटका लगा है। उन्होंने कहा कि रईसी का भारत-ईरान के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में दिया गया योगदान हमेशा याद रखा जाएगा। उनके परिवार और ईरान के लोगों के लिए मेरी संवेदनाएं। इस दुख की घड़ी में भारत, ईरान के साथ खड़ा है।

 

 

ईरान के राष्‍ट्रपत‍ि इब्राहिम रईसी के हेल‍िकॉप्‍टर का मलबा म‍िल गया है। ईरान की सरकारी मीडिया ने ऐलान किया है कि ईरानी राष्‍ट्रपत‍ि इब्राहिम रईसी, व‍िदेश मंत्री होसैन अमीरब्‍दोल्‍लाहैन और अन्‍य लोगों की मौत हो गई है। ये लोग अरजबैजान से ईरान के शहर तबरिज जा रहे थे। बताया जा रहा है कि इसी दौरान घने कोहरे के कारण उनका हेलिकॉप्‍टर हादसे का शिकार हो गया। करीब 12 घंटे से ज्‍यादा समय से ईरानी सेना और राहत तथा बचावकर्मी राष्‍ट्रपत‍ि रईसी के हेलिकॉप्‍टर के मलबे को खोज रहे थे लेकिन आखिरकार तुर्की के ड्रोन अकिंसी ने कमाल कर दिया। अकिंसी ने न केवल मलबा ढूढ़ा बल्कि उसका पूरा रास्‍ता बचाव दल को बता दिया जिससे वे आसानी से घटनास्‍थल पर पहुंच गए।

दरअसल, ईरान और अजरबैजान की सीमा के बीच में जिस जगह पर यह हेलिकॉप्‍टर हादसा हुआ था, वहां हर तरफ कोहरा छाया था जिससे बचावकर्मी हादसे की ठीक ठीक जगह का पता नहीं लगा पा रहे थे। यही वजह थी कि वे वहां तक पहुंच नहीं पा रहे थे। इस संकट के बीच तुर्की के राष्‍ट्रपत‍ि एर्दोगान के निर्देश पर अकिंसी ड्रोन को रवाना किया गया। इस अकिंसी ड्रोन ने एक वीडियो फुटेज जारी किया और बताया कि किस जगह पर हेलिकॉप्‍टर का मलबा बिखरा पड़ा है। यह पूरा इलाका पहाड़ी है और धुंध की वजह से राहत और बचाव में दिक्‍कतें आ रही थीं।

पढ़ें   MOTIVATIONAL STORY : CG की इस महिला शिक्षक को मिलेगा राष्ट्रपति पुरस्कार, 80 प्रतिशत दिव्यांग होने के बावजूद नहीं मानी हार...

तुर्की के राष्‍ट्रपति ने भेजा अकिंसी ड्रोन

तुर्की के राष्‍ट्रपत‍ि ने नाइट व‍िजन तकनीक से लैस अकिंसी ड्रोन और हेलिकॉप्‍टरों को तत्‍काल रवाना किया। तुर्की की अंनादोलू एजेंसी ने बाद में बताया कि अकिंसी ड्रोन ने गर्मी को महसूस किया है और उसे संदेह है कि यह ईरानी राष्‍ट्रपत‍ि के हेलिकॉप्‍टर का मलबा हो सकता है। उन्‍होंने इस जगह की पूरी जानकारी तत्‍काल ईरानी अधिकारियों को दी। इसके बाद छोटे बचाव ड्रोन भेजकर मलबे की जांच की गई और आखिरकार बाद में राहत और बचावकर्मी भी वहां पहुंच गए। तुर्की का यह अकिंसी ड्रोन अत्‍याधुन‍िक तकनीक से लैस है और रात तथा दिन दोनों ही समय में काम करने में सक्षम है।

अकिंसी ड्रोन को बायरकतार कंपनी ने बनाया है जो तुर्की की मशहूर ड्रोन बनाने वाली कंपनी है। इस ड्रोन के सीईओ तुर्की के राष्‍ट्रपत‍ि के दामाद हैं। यह एआई तकनीक से लैस है और रीयल टाइम वीडियो भेजने में माहिर है। इसमें एयर टु एयर रेडॉर तथा कई अन्‍य तरह के रेडॉर लगे हैं। इसमें सैटलाइट के जरिए संचार की सुव‍िधा है। यह अकिंसी ड्रोन हवा से हवा और हवा से जमीन पर हमले करने में भी सक्षम है। इसी वजह से पाकिस्‍तान समेत दुनिया के कई देशों ने इस ड्रोन को खरीदा है। इस ड्रोन के पंख 20 मीटर हैं। इसमें दो टर्बोप्रॉप इंजन लगे हैं और यह बहुत ही लंबे समय तक हवा में रहने की क्षमता रखता है।

मिसाइल से लेकर बम ग‍िरा सकता है अकिंसी

अकिंसी अपनी श्रेणी में सबसे क्षमता वाले ड्रोन में गिना जाता है। यह 40 हजार फुट की ऊंचाई पर उड़ान भरता है। उड़ान के समय इसका वजन 5500 किलो तक रहता है। यह ड्रोन युद्ध में जोरदार तबाही मचाने की क्षमता रखता है। इस ड्रोन को गाइडेड मिसाइल, लेजर गाइडेड बम, एयर टु ग्राउंड मिसाइल और छोटे स्‍मार्ट बम से लैस किया जा सकता है। यह ड्रोन अपनी बेमिसाल ताकत की वजह से चलती कार तक को निशाना बनाने में सक्षम है। यह दुश्‍मन के एयर डिफेंस सिस्‍टम को तबाह करने में भी माहिर है। इसी वजह से इसे यूक्रेन की जंग में भी इस्‍तेमाल किया जा रहा है।

Share