प्रमोद मिश्रा
रायपुर/नई दिल्ली, 06 जून 2024
18वीं लोकसभा के लिए कुल 74 महिला सदस्य (13.62 प्रतिशत) जीतकर आई हैं जो 2019 की 78 महिला सदस्यों (14 प्रतिशत) के मुकाबले थोड़ी कम हैं। सबसे ज्यादा 11 महिला सदस्य बंगाल से चुनकर आई हैं।
थिंक टैंक पीआरएस के विश्लेषण के अनुसार, 16 प्रतिशत महिला सांसद 40 वर्ष से कम उम्र की हैं। 41 प्रतिशत महिला सांसद पूर्व में भी लोकसभा की सदस्य रह चुकी हैं। इनमें से एक महिला सांसद पूर्व में राज्यसभा की सदस्य रही हैं।
विश्लेषण में चुनाव आयोग के आंकड़ों के हवाले से कहा गया है कि भाजपा की 30, कांग्रेस की 14, तृणमूल कांग्रेस की 11, सपा की चार, द्रमुक की तीन, जदयू एवं लोजपा (रामविलास) की दो-दो महिला प्रत्याशी इस चुनाव में विजयी हुई हैं। विश्लेषण के अनुसार, महिलाओं के प्रतिनिधित्व के मामले में भारत अभी भी कई देशों से पीछे हैं। ये चिंता का विषय है। उदाहरण के तौर पर दक्षिण अफ्रीका में 46 प्रतिशत, ब्रिटेन में 35 प्रतिशत और अमेरिका में 29 प्रतिशत सांसद महिलाएं हैं।
छत्तीसगढ़ से तीन महिला सांसद
छत्तीसगढ़ से इस बार ज्योत्सना महंत, रूपकुमारी चौधरी और कमलेश जांगड़े लोकसभा पहुंची है । जहां ज्योत्सना महंत दूसरी बार सांसद बनने में माएं रहीं तो कमलेश जांगड़े और रूपकुमारी चौधरी पहली बार सांसद बनी हैं ।
280 नए सदस्य
बार लोकसभा में चुनकर आए 280 सदस्य ऐसे हैं जो पहली बार इस सदन के सदस्य बने हैं। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री, फिल्मी सितारे, राजनीतिक कार्यकर्ता और हाई कोर्ट के पूर्व जज शामिल हैं। प्रमुख चेहरों में किशोरी लाल शर्मा, चंद्रशेखर आजाद, पीयूष गोयल, भूपेंद्र यादव, धर्मेंद्र प्रधान, मनसुख मांडविया, परषोत्तम रूपाला आदि शामिल हैं। उत्तर प्रदेश से सर्वाधिक 45 और महाराष्ट्र से 33 नए चेहरे चुनकर आए हैं।