प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 19 जून 2024
छत्तीसगढ़ के कांग्रेस सरकार में हुए बहुचर्चित नकली होलोग्राम केस में अनवर ढेबर को यूपी STF की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। मंगलवार देर रात तक चली भारी गहमा-गहमी के बाद अब आज रायपुर कोर्ट में पेश किया जाएगा। मामले में DSP रैंक के इनवेस्टिगेशन ऑफिसर भी लखनऊ से रायपुर फ्लाइट से पहुंच रहे हैं।
अधिकारियों के आते ही टीम सिविल लाइन थाने से कोर्ट के लिए रवाना होगी। यहां से ट्रांजिट रिमांड लेकर यूपी के मेरठ कोर्ट में पेश करने की तैयारी है। इससे पहले अनवर ढेबर की कस्टडी लेने यूपी STF जब रायपुर पहुंची तो अनवर ढेबर के समर्थकों से धक्का-मुक्की भी हुई। वहीं डॉक्टरों ने ढेबर को सफर के लिए फिट बताया है।
दरअसल, हाई कोर्ट से अनवर को जमानत मिल गई थी, लेकिन मंगलवार देर शाम जैसे ही वे जेल से बाहर निकले, तो यूपी STF उनके सामने थी। समर्थकों के हंगामे के बाद उन्हें सिविल लाइन थाने ले जाया गया। हंगामे को देखते हुए 200 से ज्यादा पुलिस जवान थाने के अंदर और बाहर तैनात किए गए थे।
डॉक्टर ने बताया फिट फॉर जर्नी
अनवर ढेबर के परिजन का कहना था की इलाज के लिए उन्हें अस्पताल ले जाना जरूरी है। इस पर STF ने सिविल लाइन थाने में ही चेकअप के लिए डॉक्टर को बुलाया था। डॉक्टर ने जांच के बाद फिट फॉर जर्नी की बात कही। हालांकि अनवर ढेबर एम्बुलेंस में ही बैठे रहे। डॉक्टर ने बताया कि अनवर यात्रा करने लिए फिट हैं। कोर्ट से अनुमति लेकर STF ढेबर को मेरठ कोर्ट लेकर जाएगी।
ढेबर को मेरठ कोर्ट ले जाने के लिए यूपी STF के आवेदन पर आज रायपुर कोर्ट में सुनवाई होगी। अनवर के वकील मेडिकल ग्राउंड पर उन्हें यूपी नहीं ले जाने को लेकर अपना पक्ष रखेंगे। बताया जा रहा है कि आज रायपुर कोर्ट में लंबी सुनवाई चल सकती है।
अरुणपति त्रिपाठी को लेकर मेरठ रवाना हुई पुलिस
आबकारी विभाग के निलंबित अधिकारी अरुण पति त्रिपाठी को पुलिस रायपुर से मेरठ लेकर रवाना हो गई है। नकली होलोग्राम मामले में त्रिपाठी की अहम भूमिका थी। त्रिपाठी पर आरोप है की टेंडर की शर्तों को बदलकर विधु गुप्ता को टेंडर दिलाया गया था। मंगलवार रात को त्रिपाठी को सेंट्रल जेल से सिविल लाइन थाने लाया गया था।
क्या है होलोग्राम केस?
जुलाई 2023 को नकली होलोग्राम मामले में ED के डिप्टी डायरेक्टर ने नोएडा के कासना थाने में FIR दर्ज कराई थी। 3 मई को यूपी STF ने नकली होलोग्राम बनाने वाली कंपनी प्रिज्म होलोग्राफी सिक्योरिटी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड के मालिक विधू गुप्ता को नोएडा से गिरफ्तार किया था। जिसने पूछताछ में कई खुलासे किए हैं। आरोपी विधू गुप्ता ने अनवर और अरुणपति का नाम लिया है।
FIR के मुताबिक नोएडा स्थित प्रिज्म होलोग्राफी सिक्योरिटी फिल्म्स प्रा. लि. नाम की कंपनी को एक टेंडर मिला था। यह टेंडर छत्तीसगढ़ के एक्साइज डिपार्टमेंट ने होलोग्राम की आपूर्ति करने के लिए अवैध रूप से दिया था।
कंपनी निविदा प्रक्रिया में भाग लेने के लिए पात्र नहीं थी लेकिन कंपनी के मालिकों की मिलीभगत से उसे पात्र बनाया गया। यह काम छत्तीसगढ़ आबकारी विभाग के विशेष सचिव अरुण पति त्रिपाठी, तत्कालीन आबकारी कमिश्नर निरंजन दास, रिटायर्ड IAS अनिल टुटेजा ने निविदा शर्तों को संशोधित कर किया।
इसके बाद प्रिज्म होलोग्राफी सिक्योरिटी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड नोएडा को अवैध रूप से निविदा आवंटित की। बदले में कंपनी के मालिक को विधू गुप्ता से प्रति होलोग्राम 8 पैसे का कमीशन लिया गया। छत्तीसगढ़ में सरकारी दुकानों से अवैध देशी शराब की बोतलें बेचने के लिए बेहिसाब डूप्लीकेट होलोग्राम लिए गए।