प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 20 जून 2024
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विशेष पहल पर संयुक्त राष्ट्र संघ ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित किया। इस साल भी देश-दुनिया के हर कोने के साथ ही छत्तीसगढ़ में भी उत्साह से योग दिवस का आयोजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आयोजन की भव्य तैयारियों के संबंध में निर्देश दिए हैं। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री साय के मुख्य आतिथ्य में योग दिवस का राज्य स्तरीय आयोजन किया जाएगा। इसके अनुपालन में तैयारियों के लिए निर्देश विभिन्न विभागों को जारी किया गया है। इन निर्देशों के अनुपालन में तैयारियां आरंभ की जा चुकी हैं। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के आयोजन का कार्यक्रम राजधानी के साथ ही सभी जिला मुख्यालयों में विशेष रूप से होंगे। इनमें शासकीय के साथ ही अशासकीय संस्थाएं भी सहयोग करेगी। योग के प्रति व्यापक जागरूकता विकसित करने तथा कार्यक्रम में अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।
राज्य स्तरीय आयोजन मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मुख्य आतिथ्य में होगा। राज्य स्तरीय आयोजन में समाज के विभिन्न वर्गों की हिस्सेदारी होगी। इसमें वरिष्ठ नागरिक, दिव्यांगजन, विद्यार्थीगण, सामाजिक कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधिगण आदि विभिन्न वर्ग सम्मिलित किए जाएंगे। इसके साथ ही सार्वजनिक उपक्रम एवं निजी उद्योगों से भी अधिकतम लोगों की उपस्थिति होगी। इसके लिए समाज कल्याण विभाग एवं कलेक्टर रायपुर को निर्देशित किया गया है। जिला स्तर पर भी समाज के विविध वर्गों की हिस्सेदारी होगी।
छत्तीसगढ़ योग आयोग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर निर्धारित योगाभ्यास पर आधारित योग प्रोटोकॉल पुस्तिका का वितरण किया जाएगा। राज्य स्तर पर एवं जिला स्तर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही कार्यक्रम स्थल में मेडिकल स्टाफ भी मौजूद रहेगा। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों से किया जाएगा। कार्यक्रम में गैर सरकारी संगठनों का सहयोग भी लिया जाएगा। इसके लिए इन एनजीओ की मदद से रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन को भी जोड़ा जाएगा। ताकि यहां भी योग विशेषज्ञों की मदद से योग दिवस पर कार्यक्रम कराया जा सके।
नमस्ते योग एप का किया जाएगा प्रचार-प्रसार –
नमस्ते योग एप, वाई-ब्रेक एप, योग कैलेण्डर, योग डिक्शनरी आदि का व्यापक रूप में प्रसार किया जाएगा। सार्वजनिक एवं महत्वपूर्ण स्थानों की पहचान कर यहां योग गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। साथ ही इस दिन योग वेब/संगोष्ठियों के आयोजन के साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम, नाटकों आदि का आयोजन किया जाएगा। इस तरह से योग को एक अमृत विरासत के रूप में बढ़ावा दिया जाएगा।