क्या बिलाईगढ़ विधानसभा में कांग्रेसी ही कांग्रेस को खोखला करने में लगे? : एक के बाद एक कांग्रेस जनप्रतिनिधियों का कांग्रेस से इस्तीफा, कविता प्राण लहरे के विधायक बनने के बाद भी कांग्रेस छोड़ रहे कांग्रेसी, अब तो विधायक ने ही खोला अपने पार्टी के नेताओं के खिलाफ मोर्चा

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प्रमोद मिश्रा

बिलाईगढ़/रायपुर, 06 जुलाई 2024

एक तरफ छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी विधानसभा और लोकसभा में बुरी तरह हार के सदमे से उबर नहीं पाई है वहीं दूसरी तरफ पार्टी के कई नेता ही पार्टी को गर्त में डालते नजर आ रहे हैं । ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि कांग्रेस के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों पर कांग्रेस के विधायक कविता प्राण लहरे ही भ्रष्टाचार का आरोप लगा कर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के साथ चक्काजाम कर रही है । पिछले दिनों कांग्रेसी विधायक कविता प्राण लहरे ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ नगर पंचायत भटगांव के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष समेत नगर पंचायत भटगांव के जनप्रतिनिधियों पर आरोप लगाते चक्काजाम पर दिया । इससे आहत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के साथ कांग्रेसी पार्षदों ने कांग्रेस से इस्तीफा देते हुए प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष से न्याय की गुहार लगाई । भटगांव नगर पंचायत अध्यक्ष नर्मदा अमित कौशिक, उपाध्यक्ष प्रवेश दुबे ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज से गुहार लगाई है ।

 

 

 

 

आपको बता दें कि वर्तमान विधायक कविता लहरे बिलाईगढ़ को विधायक बने सिर्फ 6 महीने का ही समय हुआ है उनके विधायक बनने के बाद –

• तत्कालीन विधायक चंद्रदेव राय के काफी मेहनत से 15 साल बाद नगर पंचायत भटगांव में कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष बने थे लेकिन अब अध्यक्ष और उपाध्यक्ष भी पार्टी को छोड़ चुके हैं ।

• बिलाईगढ़ नगर पंचायत में कांग्रेस के अध्यक्ष को हटाकर अब BJP का अध्यक्ष बनाया जा चुका है ।

• 25 साल बाद बिलाईगढ़ जनपद पंचायत में कांग्रेस के पूर्ण बहुमत से सरकार थी वहाँ अध्यक्ष सहित सदस्य गण BJP में चले गये ।

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• क्षेत्र के ज़िला पंचायत सदस्य, सरपंच और कई आदिवासी नेता के साथ वरिष्ठ कांग्रेसी छोड़ BJP के साथ अन्य पार्टी में शामिल हो रहें है ।

ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या पूर्व और वर्तमान विधायक के बीच वर्चस्व की लड़ाई है जिससे पूर्व विधायक द्वारा तैयार की गई टीम और जनप्रनिधियों को टारगेट किया जा रहा है । इसी कारण अब कांग्रेसी बिलाईगढ़ विधानसभा में पार्टी को छोड़ कांग्रेस का दामन थाम रहे हैं । वजह जो भी हो लेकिन पार्टी को इससे बड़ा नुकसान हो रहा है । खैर अब कांग्रेसी जनप्रतिनिधियों की शिकायतों पर प्रदेश अध्यक्ष कब निर्णय लेते हैं? देखने वाली बात होगी ।

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