प्रमोद मिश्रा
जगदलपुर,6 जुलाई। छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बल की कार्रवाई जारी है। इसी क्रम में सुरक्षा बल को बड़ी कामयाबी मिली है। नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में सात नक्सलियों को पकड़ा है। वहीं दंतेवाड़ा में तीन नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया।
जानकारी के अनुसार सुकमा जिले में चार जुलाई को आरओपी ड्यूटी के लिए ग्राम मुकरम व आस-पास क्षेत्र की ओर रवाना हुए थे। अभियान के दौरान मुकरम जाने वाले रास्ते के पास सादे वेश-भूषा धारण किये कुछ संदिग्ध पुलिस पार्टी को अपने ओर आते हुए देखकर भागने, छिपने लगे। इनमें से सात संदिग्ध को पकड़ा गया।
पकड़े गए संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ करने पर अपना नाम कुहराम भीमा (24) निवासी सुरपनगुड़ा, हेमला गुड्डी (20) निवासी सुरपनगुड़ा, मिड़ियम गंगा (27) निवासी सुरपनगुड़ा, सुडाम भीमा (37) निवासी सुरपनगुड़ा, माड़वी जोगा (22) निवासी सुरपनगुड़ा, नुप्पो मंगा (37) निवासी सुरपनगुड़ा, हेमला नंदा (21) निवासी सुरपनगुड़ा, नीलापारा, थाना चिंतलनार बताया।
सभी ने नक्सल संगठन में सुरपनगुड़ा आरपीसी अंतर्गत मिलिशिया सदस्य के पद पर कार्य करना स्वीकार किया। उनके पास से बरामद थैले में देशी बीजीएल सेल 02 नग, हेमला गुड्डी के कब्जे समेत अन्य विस्फोटक सामग्री और हथियार बरामद किए गए। आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
तीन नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
इधर, दंतेवाड़ा जिले में नक्सल उन्मूलन व भटके हुए नक्सलियों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए चलाए जा रहे लोन वर्राटु (घर वापस आइए) अभियान से प्रभावित होकर एसपी कार्यालय में तीन नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया। उन्हें शासन की योजनाओं के तहत प्रोत्साहन राशि दी गई है। समर्पित नक्सलियों का कई मामलों में हाथ होना बताया गया है।
शुक्रवार को ग्राम कोरमागोंदी निवासी हिड़मा सोड़ी, कोसा वेको उर्फ प्रेम कुमार वेको निवासी बीजापुर, भीमे उर्फ बबीता ओयाम निवासी बीजापुर ने आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्य धारा से जुड़ने का निश्चय किया। उन्होंने एसपी गौरव राय के समक्ष समर्पण किया है। ज्ञात हो कि लोन वर्राटू अभियान के तहत् अब तक 186 इनामी नक्सली सहित कुल 844 नक्सली आत्मसमर्पण कर समाज के मुख्यधारा से जुड़ चुके हैं।