गंगरेल बांध के सभी 14 गेट खोले गए : 1400 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, महानदी का बढ़ेगा जलस्तर

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प्रमोद मिश्रा

धमतरी, 03 अगस्त 2024

प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े गंगरेल बांध के सभी 14 गेट 2 अगस्त को शाम 6 बजकर 58 मिनट में खोले गए। यहां से 1400 क्यूसेक पानी बहाकर ट्रायल किया गया, जिसे देखने के लिए गेट क्षेत्र में सैलानियों की भीड़ रही। हालांकि ट्रायल के कुछ समय बाद गंगरेल बांध के सभी गेट बंद कर दिए गए है।

 

 

 

जलभराव खतरे के निशान के करीब
गंगरेल बांध में लगातार पानी की अच्छी आवक होने से जलभराव खतरे के निशान के करीब है। अंचल में हो रही अच्छी बारिश से कैचमेंट क्षेत्र में पानी की आवक बढ़ते ही गंगरेल बांध के गेट शीघ्र ही खोलने की संभावना है, क्योंकि बांध को लबालब भरने के लिए अब सिर्फ चार-चार टीएमसी पानी की जरूरत है, इसके बाद बांध छलकने लगेगा।

आषाढ़ माह के अंतिम सप्ताह और सावन माह के शुरुआत से ही धमतरी और कांकेर जिले में झमाझम बारिश हुई, इससे गंगरेल बांध के कैचमेंट क्षेत्र से पानी की आवक शुरू हो गई। इसके बाद से लगातार पानी की आवक बनी हुई है। पिछले 13 दिनों के भीतर गंगरेल बांध में कुल 21 टीएमसी से अधिक पानी कैचमेंट क्षेत्र से आ चुका है, इससे बांध लबालब भरने के करीब पर है।

84 फीसदी भर चुका है बांध
गंगरेल बांध की क्षमता 32.150 टीएमसी है। गंगरेल बांध में अपनी कुल जलभराव क्षमता से वर्तमान में 27.907 टीएमसी पानी भर चुका है और बांध में पानी की आवक 4008 क्यूसेक बनी हुई है। उपयोगी जल बांध में 22 टीएमसी से अधिक है। गंगरेल बांध अपनी क्षमता के 84 प्रतिशत भर चुका है। बांध का लेवल 347.44 मीटर है, जो खतरे के निशान के काफी करीब है।
गंगरेल बांध का अंतिम जलभराव लेवल 348.70 मीटर है। बांध में पर्याप्त जलभराव होने के बाद यहां शुक्रवार को शाम बांध के गेट क्षेत्र में हुए निर्माण कार्याें के बाद बांध के सभी 14 गेट खोलकर 1400 क्यूसेक पानी बहाया और अधिकारियों की मौजूदगी में ट्रायल किया गया। इस दौरान बांध के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।

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वहीं बांध के सभी गेटों के खुलने की खबर पाकर आसपास के ग्रामीण व सैलानियों की भीड़ बांध से पानी छोड़ने के ट्रायल देखने पहुंचे हुए थे। इस दौरान लोगों ने यहां जमकर सेल्फी भी लिए। बांध के सभी गेटों से बेहतर ढंग से पानी निकलने के थोड़ी देर बाद सभी गेटों को बंद कर दिया गया है। सभी गेट से पानी छोड़ने का ट्रायल सफल रहा।

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