ब्यूरो रिपोर्ट
पेरिस, 09 अगस्त 2024
पेरिस ओलंपिक (Paris Olympic 2024) में जैवलिन थ्रो (भाला फेंक) इवेंट में पाकिस्तान के खिलाड़ी अरशद नदीम (Arshad Nadeem) ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 92.97 मीटर थ्रो के साथ गोल्ड मेडल जीत लिया है. वही, दूसरी तरफ भारत का प्रदर्शन कर रहे नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने 89.45 मीटर थ्रो के साथ दूसरे पायदान पर अपनी जगह बनाते हुए सिल्वर मेडल जीता. शुरुआत से ही यह फाइनल मैच भारत बनाम पाकिस्तान (India vs Pakistan) होता दिखा क्योंकि दूसरे राउंड से ही अरशद नदीम पहले और नीरज चोपड़ा दूसरे नंबर पर रहे. इस तरह नीरज चोपड़ा और अरशद नदीम में टक्कर जैसी स्थिति नजर आई.
कैसी रही अरशद नदीम की परफॉर्मेंस?
अरशद नदीम ने फाइनल में 92.97 मीटर थ्रो के साथ पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा का रिकॉर्ड तोड़कर ओलंपिक इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया. पहले राउंड में नदीम का फाउल हुआ, इसके बाद दूसरे राउंड उन्होंने 92.97 मीटर थ्रो के साथ रिकॉर्ड बना दिया. नदीम ने कुल 6 में से 2 प्रयासों में 90 मीटर से दूर भाला फेंका.
अरशद नदीम ने अपनी दूसरी कोशिश में यह शानदार उपलब्धि हासिल करते हुए नॉर्वे के एंड्रियास थोरकिल्डसन द्वारा बनाए गए 90.57 मीटर के पिछले ओलंपिक रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है.
तीसरे राउंड में अरशद नदीम ने 88.72 मीटर, चौथे राउंड में 79.40 मीटर, पांचवें राउंड में 84.87 मीटर थ्रो किया. वहीं, आखिरी राउंड में अरशद नदीम ने 91.97 मीटर दूर भाला फेंका.
कैसा रहा नीरज चोपड़ा का परफॉर्मेंस?
भारतीय स्टार नीरज चोपड़ा ने जैवलिन थ्रो में सिल्वर मेडल जीता है. उन्होंने 89.45 मीटर दूर भाला फेंका. नीरज चोपड़ा भले ही अपने सिल्वर मेडल से खुश न हों, लेकिन उन्होंने भारत के लिए इतिहास रच दिया है. वह ओलंपिक में स्वर्ण और सिल्वर मेडल जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं.
नीरज चोपड़ा ने 6 में से 5 फाउल किए. पहले प्रयास में नीरज का फाउल हो गया था, उनका पैर लाइन को टच कर गया. इसके बाद नीरज ने दूसरे प्रयास में 89.45 मीटर दूर भाला फेंका. इसके बाद नीरज ने तीसरे, चौथे, पांचवें और छठे प्रयास में फाउल किया.
7 अगस्त को नीरज ने टोक्यो में जीता था गोल्ड मेडल
भारत के लिए टोक्यो ओलंपिक में 7 अगस्त का दिन हमेशा याद रखा जाएगा, क्योंकि साल 2021 में इस दिन स्टार खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने गोल्ड पर अपना कब्जा जमाया था. टोक्यो-2020 ओलंपिक में नीरज चोपड़ा ने ओलंपिक में गोल्ड मेडल हासिल करने के लिए 87.58 मीटर का थ्रो किया था, जो उनके व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ से 2.36 मीटर कम है.
फाइनल में सभी 12 खिलाड़ियों का बेस्ट थ्रो
1. अरशद नदीम (पाकिस्तान)- 92.97 मीटर
2. नीरज चोपड़ा (भारत)- 89.45 मीटर
3. एंडरसन पीटर्स (ग्रेनाडा)- 88.54 मीटर
4. जैकब वाडलेच (चेक रिपब्लिक)- 88.50 मीटर
5. जूलियस येगो (केन्या)- 87.72 मीटर
6. जूलियन वेबर (जर्मनी)- 87.40 मीटर
7. केशोर्न वाल्कॉट (त्रिनिदाद एंड टोबैगो)- 86.16 मीटर
8. लस्सी एतेलाटालो (फिनलैंड)- 84.58 मीटर
9. ओलिवर हेलैंडर (फिनलैंड)- 82.68 मीटर
10. टोनी केरानेन (फिनलैंड)- 80.92 मीटर
11. लुईज मौरिसियो डा सिल्वा (ब्राजील)- 80.67 मीटर
12. एंड्रियन मर्डारे (मोल्डोवा)- 80.10 मीटर
जैवलिन थ्रो में 90.57 मीटर का था ओलंपिक रिकॉर्ड
जेवलिन थ्रो में ओलंपिक रिकॉर्ड की बात की जाए तो अब तक ये रिकॉर्ड एंड्रियास थोरकिल्डसेन (Andreas THORKILDSEN) के नाम था. एंड्रियास ने ये रिकॉर्ड 23 अगस्त 2008 को बीजिंग ओलंपिक में 90.57 मीटर दूर भाला फेंककर भाला बनाया था, लेकिन अब ये रिकॉर्ड पाकिस्तान के खिलाड़ी अरशद नदीम के नाम हो गया है