राजधानी में दहीहांडी उत्सव आज : विश्वविख्यात शिव भजन गायक बाबा हसंराज रघुवंशी एवं गरिमा स्वर्णा दिवाकर बहनों के द्वारा होगी सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति, विजेता को मिलेगा 8 लाख रुपये

Bureaucracy Exclusive Latest छत्तीसगढ़

प्रमोद मिश्रा

रायपुर, 27 अगस्त 2024

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की पावन भूमि गुढ़ियारी में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी सार्वजनिक दहीहांडी उत्सव समिति एवं श्री हनुमान मंदिर ट्रस्ट के विशेष सहयोग से भगवान श्री कृष्ण जन्मोत्सव के अवसर पर दिनांक 27 अगस्त 2024, दिन मंगलवार को शाम 4 बजे से दहीहांडी उत्सव प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है।

 

 

जिसमे छत्तीसगढ़ प्रदेश ही नहीं अपितु महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, झारखंड तथा उड़ीसा एवं अन्य राज्यों से भी गोविंदा टोलियाँ प्रतिभागी के रूप मे प्रतियोगिता में हिस्सा लेने आ रहे हैं। प्रतिभागियों में से विजेता टोली को पुरस्कार स्वरूप 800000/- रुपये की इनाम राशि समिति के संयोजक बसंत अग्रवाल एवं अतिथियों के द्वारा प्रदान की जावेगी प्रयास करने वाली शेष गोविंदा टोलियों को सांत्वना राशि 11000 रुपये भी समिति के द्वारा प्रदान की जावेगी।

समिति के सह संयोजक हेमेन्द्र साहू ने बताया की अभी तक लगभग स्थानीय रायपुर, दुर्ग, राजनांदगाँव की 20 टोलियों समेत महिला टोलियों ने भी अपना नाम दर्ज करा चुकी हैं। महाराष्ट्र व मध्यप्रदेश के इंदौर तथा जबलपुर से भी टोलियाँ अपना नाम समिति के पास दर्ज करा चुकी हैं। यह उत्सव प्रतियोगिता पूर्णतः निःशुल्क एवं एक धार्मिक आयोजन है इस विशाल दहीहांडी उत्सव प्रतियोगिता का ये 15 वां वर्ष है।

समिति के द्वारा श्री कृष्ण भक्तों के मनोरंजन के लिए विश्वविख्यात शिव भजन गायक बाबा हसंराज रघुवंशी जी एवं छत्तीसगढ़ की लाड़ली बेटियाँ गरिमा स्वर्णा दिवाकर बहनों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम कि प्रस्तुति दी जा रही है तथा उड़ीसा के कलाकारों द्वारा घंटा बाजा का प्रदर्शन भी किया जाएगा साथ ही साथ ग्रीस युक्त खंबा एवं वृंदावन से आई कृष्ण लीला कि मनमोहक झांकी विशेष आकर्षण का केंद्र रहेगी। सभी कृष्ण भक्तों के बैठने की समुचित व्यवस्था समिति के द्वारा कि गई है समिति के द्वारा सभी गोविंदा टोलियों एवं आम जन कि सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासन के सहयोग से पुलिस व्यवस्था, प्रथमिक उपचार व्यवस्था व आपात स्थिति में एम्बुलेंस कि व्यवस्था की गई है। गोविंदा टोलियों की किसी भी प्रकार की दुर्घटना की जिम्मेदारी उनकी स्वयं की होगी, समिति इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगी।

Share
पढ़ें   राजनांदगांव : 67वीं राष्ट्रीय शालेय कीड़ा प्रतियोगिता, मेजबान छत्तीसगढ़ की बालिकाओं ने कर्नाटक को हराया

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *