प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 2 अक्टूबर 2024
साइबर अपराधों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए रेंज साइबर थाना रायपुर ने पांच अलग-अलग मामलों में 7 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी शेयर ट्रेडिंग और गूगल रिव्यू टास्क के नाम पर लोगों से ठगी कर रहे थे। पुलिस महानिरीक्षक रायपुर रेंज अमरेश मिश्रा के निर्देशन में इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया। आरोपियों में सिम सप्लायर, बैंक खाते मुहैया कराने वाले और कॉल सेंटर संचालक शामिल हैं। इस कार्रवाई में 70 लाख से अधिक की ठगी की राशि को होल्ड किया गया है।
**केस 1:**
प्रार्थी रश्मि की शिकायत पर, जिन्होंने शेयर ट्रेडिंग में मुनाफा कमाने के नाम पर 88 लाख रुपये की ठगी की रिपोर्ट की थी, कोलकाता से आरोपी सोमनाथ सरदार को गिरफ्तार किया गया। आरोपी बैंक खाते उपलब्ध कराने का काम करता था और कंप्यूटर शॉप संचालित करता था। इस मामले में 57 लाख रुपये होल्ड कराए गए हैं।
**केस 2:**
प्रार्थी श्वेता मेहरा ने गूगल रिव्यू टास्क पार्ट-टाइम जॉब के नाम पर 29.49 लाख रुपये की ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आरोपी प्रेम चंद्राकर, जो पुणे में कॉल सेंटर संचालित करता था, को भिलाई से गिरफ्तार किया गया। आरोपी ने ठगी की राशि से बड़ी संपत्ति और महंगी गाड़ी खरीदी थी, जिनकी जांच चल रही है।
**केस 3:**
प्रार्थी मयूर लखतरिया की शिकायत पर, जिन्हें शेयर ट्रेडिंग में 6.5 लाख रुपये की ठगी का शिकार बनाया गया, सिम कार्ड सप्लाई करने वाले आरोपी पुरुषोत्तम देवांगन को दुर्ग से गिरफ्तार किया गया। आरोपी ने साइबर क्राइम के लिए लगभग 600 सिम कार्ड सप्लाई किए थे, जिन्हें डीएक्टिवेट करने की प्रक्रिया चल रही है।
**केस 4:**
प्रार्थी नवीन कुमार की शिकायत पर, जिनसे 1.39 करोड़ रुपये की ठगी की गई थी, रायपुर से आरोपी हिमांशु निर्मलकर को गिरफ्तार किया गया। आरोपी ने भारतीय स्टेट बैंक में अपने बैंक अकाउंट को किराए पर देकर ठगी में सहयोग किया था।
**केस 5:**
प्रार्थी प्रमोद बजाज की शिकायत पर, जिनसे 22 लाख रुपये की ठगी की गई थी, इंदौर और रायपुर से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने ठगी की राशि से महंगे मोबाइल खरीदे थे, जिन्हें पुलिस ने जब्त कर लिया है।
गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है। साइबर थाना रायपुर द्वारा आगे की जांच जारी है और आरोपियों से ठगी के और भी सबूत जुटाए जा रहे हैं।