प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 18 नवंबर 2024
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर बेहद जागरूक हैं। खासतौर पर विशेष पिछड़ी जनजातीय समूहों (पीवीटीजी) के स्वास्थ्य को लेकर मुख्यमंत्री संवेदनशील नजर आते हैं। उन्होंने पीएम जनमन योजना के तहत आयोजित स्वास्थ्य शिविरों में कुशल स्वास्थ्य अमले की तैनाती के निर्देश दिए हैं, ताकि पीवीटीजी परिवारों की स्वास्थ्य समस्याओं का बेहतर समाधान हो सके।
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि पीएम जनमन योजना के तहत स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। ये शिविर हितग्राहियों को योजनाओं का तत्काल लाभ देने और पीवीटीजी समूहों की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं पर विशेष ध्यान देने के उद्देश्य से आयोजित किए जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री जनमन अभियान का उद्देश्य पीवीटीजी परिवारों को प्रमुख व्यक्तिगत अधिकारों का लाभ प्रदान करना है। इस योजना के तहत बस्तियों को बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने और जनजातीय समुदायों को केंद्र एवं राज्य की योजनाओं के लाभों के प्रति जागरूक करने पर ध्यान केंद्रित किया गया है। उन परिवारों तक पहुंचने का प्रयास हो रहा है, जो दूरी, सड़क और डिजिटल कनेक्टिविटी की कमी के कारण योजनाओं से वंचित थे। हाट बाजार, सामुदायिक सेवा केंद्र, ग्राम पंचायत, आंगनवाड़ी, बहुउद्देश्यीय केंद्र और वनधन विकास केंद्र जैसे स्थानों का उपयोग इस अभियान में किया जा रहा है।
अभियान के तहत आधार कार्ड, सामुदायिक प्रमाण पत्र, जन धन खाते और वन अधिकार अधिनियम के तहत पट्टे जैसे बुनियादी दस्तावेज प्रदान किए जा रहे हैं।
छत्तीसगढ़ में इस अभियान के अंतर्गत 62 मोबाइल मेडिकल यूनिट के माध्यम से सिकलसेल, टीबी, रक्तचाप, डायबिटीज, आंखों की जांच और महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच जैसी स्वास्थ्य सुविधाएं दी जा रही हैं।
विगत 9 माह में इस योजना के अंतर्गत:
– लगभग 1.8 लाख पीवीटीजी हितग्राहियों की सिकलसेल जांच।
– लगभग 2 लाख की टीबी जांच।
– लगभग 1.5 लाख की रक्तचाप जांच।
– 1.5 लाख की डायबिटीज जांच।
– 16 हजार की आंखों की जांच।
– लगभग 3 हजार गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच की जा चुकी है।