प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 10 फ़रवरी 2025
एटीएस छत्तीसगढ़ ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है, जो फर्जी दस्तावेजों के आधार पर रायपुर में रह रहे थे। यह कार्रवाई सुरक्षा एजेंसियों के निर्देश पर अवैध प्रवासी गतिविधियों की निगरानी के तहत की गई।
फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बसने की कोशिश
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने भारतीय पहचान पत्र, पासपोर्ट, आधार कार्ड, पैन कार्ड और वोटर आईडी जैसे दस्तावेज बनवाए थे। जांच में इन दस्तावेजों को पूरी तरह से फर्जी पाया गया।
मुंबई से पकड़े गए आरोपी
गिरफ्तार तीनों संदिग्ध आरोपी सगे भाई बताए जा रहे हैं। वे रायपुर के टिकरापारा स्थित मिश्रा बाड़ा इलाके में रह रहे थे। जानकारी के मुताबिक, ये तीनों 26 जनवरी 2025 को हावड़ा-मुंबई मेल से मुंबई पहुंचे थे, जहां से वे बगदाद (इराक) जाने की योजना बना रहे थे। एटीएस छत्तीसगढ़ ने एटीएस मुंबई नागपाड़ा यूनिट की मदद से उन्हें मुंबई के पायधुनी इलाके से गिरफ्तार किया।
बगदाद जाने की थी साजिश
पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि वे जियारत के बहाने बगदाद जाकर वहां छिपकर रहने की योजना बना रहे थे और भारत लौटने का इरादा नहीं था।
गिरफ्तार किए गए आरोपी:
- मोहम्मद इस्माईल (27 वर्ष)
- शेख अकबर (23 वर्ष)
- शेख साजन (22 वर्ष)
तीनों आरोपी बांग्लादेश के जिला जैसोर, प्रांत खुलना के मूल निवासी हैं और रायपुर के मिश्रा बाड़ा, ताजनगर टिकरापारा में रह रहे थे।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और विदेशी नागरिक कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने उन्हें अदालत में पेश किया, जहां उनकी रिमांड प्रक्रिया जारी है।
पुलिस का बयान
अधिकारियों के अनुसार, यह कार्रवाई राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से बेहद अहम है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि आगे भी अवैध प्रवासियों और फर्जी दस्तावेजों के जरिए भारत में प्रवेश करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।