प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 17 फरवरी 2025
छत्तीसगढ़ में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए आज मतदान हो रहा है, जिसमें कई नक्सल प्रभावित क्षेत्र भी शामिल हैं। यह पहला अवसर है, जब नक्सल प्रभावित इलाकों में चुनाव के प्रति नक्सलियों ने किसी तरह का विरोध नहीं किया है। न तो कोई हिंसक घटना हुई है और न ही बैनर या पोस्टर फेंके गए हैं।
मुख्यमंत्री ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांतिपूर्ण मतदान की प्रसन्नता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि बस्तर संभाग में अब बुलेट की बजाय बैलेट की ताकत बढ़ रही है, यह एक सकारात्मक संकेत है। सुकमा और बीजापुर जिलों के 130 से अधिक मतदान केंद्रों पर 40 साल बाद ग्रामीण पंचायत चुनाव में मतदान कर रहे हैं।
इतना ही नहीं, नक्सली कमांडर हिड़मा के गांव पूवर्ती में भी ग्रामीण इस बार उत्साह से मतदान करने के लिए तैयार हैं। यह पहली बार है जब बस्तर संभाग में नक्सलियों ने पंचायत चुनाव का विरोध नहीं किया। यह सफलता हमारे सरकार द्वारा उन अति संवेदनशील क्षेत्रों में 40 से अधिक नए सुरक्षा कैंपों की स्थापना के कारण संभव हो पाई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर में नक्सलवाद के खिलाफ डबल इंजन सरकार निर्णायक कदम उठा रही है। नक्सलवाद को खात्मे की दिशा में हमारी सरकार ने दृढ़ संकल्प लिया है। यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी के नेतृत्व में हम मार्च 2026 तक नक्सलवाद का खात्मा सुनिश्चित करेंगे।
बस्तर संभाग के सभी ग्रामीणों को बधाई और शुभकामनाएं। सुरक्षाबल के जवानों का दिल से अभिनंदन। यही है गणतंत्र पर गणतंत्र की विजय! जय बस्तर, जय छत्तीसगढ़!