प्रमोद मिश्रा
बीजापुर, 28 फरवरी 2025
छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में सुरक्षाबलों को नक्सल विरोधी अभियानों में बड़ी सफलता मिली है। अलग-अलग अभियानों में 18 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनके पास से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद हुई है। ये गिरफ्तारियां बीजापुर जिले के तीन अलग-अलग स्थानों पर हुईं। इससे पहले, मंगलवार को सुकमा जिले से चार नक्सलियों को पकड़ा गया था।
तीन स्थानों पर बड़ी कार्रवाई
पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की ‘कोबरा’ बटालियन ने संयुक्त अभियान के तहत यह कार्रवाई की।
- गुंजेपरती गांव के जंगल में पुलिस ने 10 नक्सलियों को पकड़ा, जिनके पास विस्फोटक और माओवादी दस्तावेज मिले।
- बासागुड़ा के राजपेंटा और सारकेगुड़ा गांवों के जंगलों में कोबरा बटालियन और स्थानीय पुलिस ने 7 नक्सलियों को गिरफ्तार किया। इनके पास से दो टिफिन बम, कॉर्डेक्स वायर, बैटरी और अन्य दैनिक उपयोग की वस्तुएं बरामद हुईं।
- भैरमगढ़ के चिहका गांव के जंगल से एक अन्य नक्सली को पकड़ा गया, जिसके पास विस्फोटक सामग्री थी।
साजिश का हुआ खुलासा
सुरक्षा बलों की कार्रवाई में खुलासा हुआ कि ये नक्सली सुरक्षाबलों को निशाना बनाकर विस्फोट करने की साजिश रच रहे थे। गिरफ्तार नक्सलियों में रावा हदमा, वेत्ती आयता, बरसे भीमा और मदकाम कोसा शामिल हैं।
सुकमा में भी बड़ी बरामदगी
मंगलवार को सुकमा जिले में पकड़े गए नक्सलियों से जिलेटिन की छड़ें, डेटोनेटर, माओवादी दस्तावेज और अन्य विस्फोटक सामग्री जब्त की गई थी।
20 लाख के इनामी नक्सलियों का आत्मसमर्पण
इस बीच, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में कुल 20 लाख रुपये के इनामी पांच नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया।
- तीन नक्सलियों ने बीजापुर में
- दो नक्सलियों ने महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में आत्मसमर्पण किया।
इसके अलावा, झारखंड के पलामू में उपेंद्र भुइंया नामक नक्सली को गिरफ्तार किया गया। वह पिछले साल दो पुलिसकर्मियों की हत्या में शामिल था।
माओवादी उग्रवाद के खिलाफ कड़ा अभियान
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि मार्च 2026 तक देश को माओवादी उग्रवाद से मुक्त कर दिया जाएगा। छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों की लगातार बढ़ती कार्रवाई इस लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो रही है।