डेस्क
कटगी, 23 मार्च 2025
कोष्ठा बुनकर महासंघ ने महाजनों के रवैये से परेशान होकर काम बंद करने का निर्णय लिया है । दरअसल, बुनकरों का कहना है कि जो दाम कपड़े के लिए निर्धारित है उतना दाम उन्हें नहीं मिल रहा है और जो बीच की राशि है, उसे महाजन ही हजम कर ले रहे हैं ।
कोष्टा बुनकर महासंघ छत्तीसगढ़ की अब तक की सबसे सफल बैठक कटगी में शुक्रवार शाम को संपन्न हुई जिसमें 27 गांवों के बुनकर बैठक में शामिल हुए । ऐसा पहली बार हुआ कि इस बैठक में अलग-अलग गांवों के 52 महाजनों को निमंत्रण दिया गया था जिसमें कोई भी महाजन बैठक में शामिल नहीं हुआ । जिसके बाद देवांगन बुनकर महासंघ द्वारा निर्णय लिया गया कि सभी बुनकर अपना – अपना काम बंद कर देंगे ।
महाजन कौन है?
देवांगन बुनकर द्वारा जो साड़ी बनाया जाता है उसे महाजन के पास साड़ी बनाकर देते हैं । सबसे पहले महाजन द्वारा बुनकर को ताना-बाना, धागा ,ओइरन और लटी जैसें समाग्री दिया जाता है जिससे साड़ी का निर्माण होता है । वर्तमान में अधिक संख्या में बुनकर बाधी साड़ी बनातें हैं, जिनकी बुनकरी का मुख्य कीमत 2700 रुपए है वहीं बुनकरों को इसकी कीमत 2500 रुपए प्रति साड़ी दिया जा रहा है । देवांगन का आरोप है कि यह भेदभाव कई महाजनों द्वारा किया जा रहा है।
बुनकरों ने काम बंद का पुरजोर से समर्थन किया है । कोष्टा बुनकर महासंघ छत्तीसगढ़ की नींव कटगी के बुनकरों द्वारा रखा गया है जिसके बाद 27 गांवों के बुनकर इस महासंघ मे शामिल हुए । देवांगन आज के बुनकरों द्वारा निर्णय का पालन भी किया जा रहा है । सभी बुनकरों ने 22 मार्च से काम बंद किया है बुनकरों का कहना है कि जब तक कोई बड़ा उचित निर्णय नहीं लिया जाता है तब तक काम फिर से शुरू नहीं होगा ।