डेस्क
बिलासपुर, 17 अप्रैल 2025
गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय में एनएसएस कैंप के दौरान नमाज पढ़ाए जाने के विवाद के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है। विश्वविद्यालय प्रबंधन ने एनएसएस के सभी 12 कार्यक्रम अधिकारियों को उनके पदों से हटा दिया है। यह कार्रवाई एबीवीपी कार्यकर्ताओं और सनातन समाज के सदस्यों के विरोध-प्रदर्शन के बाद की गई।
उल्लेखनीय है कि 26 मार्च से 1 अप्रैल तक विश्वविद्यालय द्वारा एनएसएस शिविर का आयोजन किया गया था, जिसमें कुल 159 छात्र शामिल हुए थे। इनमें केवल 4 छात्र मुस्लिम थे, जबकि शेष छात्र हिंदू समुदाय से थे। बताया जा रहा है कि 30 मार्च को ईद के अवसर पर कैंप में जबरन नमाज अदा करवाई गई, जिसके बाद कुछ छात्रों ने इसकी लिखित शिकायत थाने में की। शिकायत के आधार पर जांच शुरू हो गई है।
इस मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन ने पहले ही एनएसएस समन्वयक प्रो. दिलीप झा को उनके पद से हटा दिया था। उनके स्थान पर ग्रामीण प्रौद्योगिकी विभाग के प्रो. राजेन्द्र कुमार मेहता को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
बुधवार को एबीवीपी और हिंदू संगठनों ने विश्वविद्यालय परिसर में प्रदर्शन करते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की थी। इसके बाद विश्वविद्यालय प्रबंधन ने सभी 12 कार्यक्रम अधिकारियों को उनके पद से हटाने का निर्णय लिया।
हटाए गए कार्यक्रम अधिकारियों की सूची:
- डॉ. प्रीति सतवानी – कम्प्यूटर साइंस एवं सूचना प्रौद्योगिकी (यूजी इकाई)
- आशुतोष नायक – सिविल एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड कंप्यूटेशनल (यूजी इकाई)
- डॉ. गीता मिश्रा – प्राणी शास्त्र विभाग
- डॉ. मधुलिका सिंह – वनस्पति विज्ञान एवं जैव प्रौद्योगिकी विभाग
- डॉ. ज्योति वर्मा – कला अध्ययन शाला विभाग
- डॉ. नीरज कुमार – रसायन विभाग
- डॉ. विकास चंद – वनस्पति विज्ञान एवं जैव प्रौद्योगिकी विभाग
- डॉ. प्रमोद कुमार द्विवेदी – वाणिज्य एवं प्रबंधन विभाग
- डॉ. अश्वलेश्वर कुमार श्रीवास्तव – कम्प्यूटर साइंस एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग
- डॉ. प्रशांत वैष्णव – कम्प्यूटर साइंस एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग
- डॉ. सूर्यभान सिंह – रसायन विभाग
- डॉ. वसंत कुमार – कला अध्ययन शाला विभाग
इस पूरे प्रकरण को लेकर विश्वविद्यालय में हलचल बनी हुई है, वहीं प्रशासन का कहना है कि जांच के आधार पर आगे और भी कार्रवाई की जा सकती है।