डेस्क
राजिम, 22 अप्रैल 2025
इंडियन ओवरसीज बैंक के राजिम ब्रांच में सामने आए फर्जी ज्वेल लोन घोटाले में आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बैंक मैनेजर और दो क्लर्क को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में बैंक मैनेजर सुनील कुमार, क्लर्क योगेश पटेल और खेमलाल कंवर शामिल हैं। तीनों को ACB/EOW की विशेष अदालत में पेश कर 8 दिन यानी 29 अप्रैल तक के लिए पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।
यह मामला वर्ष 2022-23 का है, जब बैंक अधिकारियों ने खाताधारकों के बंद खातों के माध्यम से 1 करोड़ 65 लाख रुपए के फर्जी ज्वेल लोन निकालकर गबन किया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए EOW ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की थी।
इससे पहले बैंक की सहायक प्रबंधक अंकिता पाणिग्रही को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। जांच में सामने आया कि फर्जी लोन की राशि सहायक प्रबंधक के खाते में ट्रांसफर की गई थी। अंकिता ने यह रकम जोरोधा नामक शेयर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से फ्यूचर्स और ऑप्शन जैसी स्कीमों में निवेश कर दी, जिसमें पूरा पैसा डूब गया। इससे बैंक को भारी आर्थिक नुकसान हुआ।
सुनील कुमार को बिहार से और दोनों क्लर्क—खेमलाल कंवर एवं योगेश पटेल—को विधिवत गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है। EOW अब तीनों आरोपियों से मामले की गहन पूछताछ करेगी।