प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 23 अप्रैल 2025
महादेव ऑनलाइन सट्टा एप से जुड़े बहुचर्चित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक और बड़ी कार्रवाई की है। जांच एजेंसी ने दिल्ली, मुंबई, इंदौर, अहमदाबाद, चंडीगढ़, चेन्नई और ओडिशा के संबलपुर समेत देश के सात बड़े शहरों में एक साथ छापेमारी कर 576.29 करोड़ रुपये की सिक्योरिटीज, बॉन्ड और डीमैट खाते फ्रीज किए हैं। कार्रवाई के दौरान 3.29 करोड़ रुपये नकद भी जब्त किए गए हैं।
ईडी की जांच में सामने आया है कि इस सट्टा सिंडिकेट का नेटवर्क दिल्ली के कुछ नेताओं तक फैला हुआ है। हवाला के जरिए छत्तीसगढ़ से दिल्ली तक काली कमाई पहुंचाई गई और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) की आड़ में मॉरीशस और दुबई के जरिए इन पैसों को विदेशी निवेश व शेयर बाजार में लगाया गया। इससे स्मॉल और मिडकैप कंपनियों के शेयरों की कीमतों में कृत्रिम उतार-चढ़ाव कर आम निवेशकों को नुकसान पहुंचाया गया।
अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई में शामिल
ईडी अधिकारियों के अनुसार यह मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ी अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। जिन नेताओं के कनेक्शन सामने आए हैं, उनके खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है।
3002.47 करोड़ की संपत्ति अटैच, 13 गिरफ्तार
ईडी ने अब तक इस मामले में 170 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की है और कुल 3002.47 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्तियों को अटैच किया गया है। सिंडिकेट से जुड़े 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, वहीं 5 अभियोजन शिकायतों के जरिए 74 संस्थाओं को आरोपी बनाया गया है।
संगठित तरीके से चल रहा था सट्टा नेटवर्क
जांच में यह भी सामने आया कि महादेव ऑनलाइन बुक बेटिंग एप एक संगठित नेटवर्क के तौर पर काम कर रहा था, जो नए यूज़र्स को जोड़ने और उनके लिए फर्जी आईडी तैयार करने के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर रहा था।