सूरजपुर, 03 मई 2025
गांव चलो, बस्ती चलो” अभियान के तहत मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े अपने विधानसभा क्षेत्र के दूर दराज गांवों में जाकर इन दिनों अपने क्षेत्र के लोगों की समस्याएं सुन रहीं है ।
शुक्रवार को कुछ ऐसा देखने को मिला, जो आज के वक्त में दुर्लभ ह । न मंच था, न माइक… कैबिनेट मंत्री और भटगांव विधायक लक्ष्मी राजवाड़े खुद बीहड़ और दूरदराज़ के गांवों में जा-जाकर ज़मीन पर बैठीं, लोगों की बातें सुनीं और तुरंत एक्शन में नजर आईं । ये कोई दिखावा नहीं था, बल्कि वो दृश्य था जिसमें जनता खुद को सरकार के और करीब महसूस कर रही थी ।
मंत्री ने कहा- अब ये ढिलाई नहीं चलेगी
दौरे की शुरुआत ओड़गी ब्लॉक के ग्राम दूधो से हुई जहां लोगों ने सबसे पहले पेयजल की किल्लत की बात उठाई m गांव प्यासा था और जल संसाधन विभाग का कोई जिम्मेदार अफसर मौके पर नहीं पहुंचा । मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने न सिर्फ नाराज़गी जताई बल्कि एसडीओ को वहीं फटकार लगाई और कहा – गांव प्यासा है और अधिकारी नदारद, अब ये ढिलाई नहीं चलेगी तुरंत नोटिस जारी हो, इस एक लाइन से पूरे महकमे में हड़कंप मच गया ।
मंत्री ने सेल्समेन को दी सख्त चेतावनी
इसके बाद चौपाल पहुंची ग्राम पंचायत बिलासपुर यहां मामला कुछ और ही निकला । ग्रामीणों ने बताया कि राशन कार्ड बनवाने के लिए सेल्समेन पैसे मांगता है । मंत्री ने इसे बहुत गंभीरता से लिया और मौके पर ही संबंधित कर्मचारी को लताड़ते हुए कहा कि “गरीबों से पैसा लेना बंद करें । दोबारा शिकायत मिली तो लाइसेंस रद्द और जेल भेजेंगे । ये सुनते ही कर्मचारी के चेहरे का रंग उड़ गया और ग्रामीणों ने राहत की सांस ली ।
पटवारी की लगाई क्लास
चौपाल में आगे ग्रामीणों ने ग्राम पटवारी की करतूतों का चिट्ठा खोलकर रख दिया । आरोप लगा कि नामांतरण और फौती के बदले वह पैसा मांगता है । मंत्री ने सख्त लहजे में तहसीलदार ओड़गी को तत्काल जांच करने और पटवारी पर कार्रवाई के आदेश दिए और कहा कि अब जनता को चक्कर कटवाने वाला सिस्टम नहीं चलेगा ।
मंत्री के सामने खुले दर्द के फाटक
इसके बाद कारवां भकुरा और माढ़र गांव पहुंची जहां सड़क, राशन, पेंशन और आवास जैसी मूलभूत समस्याओं का अंबार था । हर शिकायत को मंत्री ने गंभीरता से लिया और संबंधित विभाग के अधिकारियों को मौके पर ही निर्देश दिए. समस्याओं का त्वरित निराकरण करें, वरना ज़िम्मेदार तय होंगे”
सबसे बड़ी बात यह रही कि इस दौरे में मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने किसी मंच या कुर्सी की जरूरत नहीं समझी. वो ग्रामीणों के बीच ज़मीन और पत्थरों पर बैठीं, उनसे सीधे बात की और हर शख्स को भरोसा दिलाया कि उनकी आवाज़ सरकार तक पहुंची है.
लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी
चौपाल में जल संसाधन, वन, कृषि, स्वास्थ्य, पंचायत और ग्रामीण विकास जैसे अहम विभागों के अधिकारी मौजूद थे. मंत्री ने दो टूक चेतावनी दी और कहा कि “ग्रामीण क्षेत्रों में अब कोई कोताही नहीं चलेगी जो जिम्मेदार होगा, वो बख्शा नहीं जाएगा.” गांव वालों के चेहरों पर संतोष और उम्मीद की झलक थी. शायद सालों बाद किसी ने सीधे आकर उनकी बात सुनी थी और तुरंत कार्रवाई भी की थी