प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 28 मई 2025
बस्तर क्षेत्र के गढ़बेंजल निवासी पंडिराम मंडावी को भारत के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा पद्मश्री पुरस्कार 2025 से सम्मानित किया गया है। उन्हें यह सम्मान जनजातीय वाद्य यंत्र निर्माण और लकड़ी शिल्प कला के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रदान किया गया है।
मंडावी ने गोंड और मुरिया जनजातियों की परंपरागत सांस्कृतिक विरासत को संभालने और आगे बढ़ाने में जो निष्ठा और समर्पण दिखाया है, उसने न केवल बस्तर की कला को राष्ट्रीय पहचान दिलाई है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बना है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मंडावी को बधाई देते हुए कहा कि यह सम्मान छत्तीसगढ़ की जनजातीय प्रतिभा और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का गौरवपूर्ण प्रतीक है। उन्होंने कहा कि मंडावी जैसे कलाकारों ने यह साबित किया है कि हमारे प्रदेश की आदिवासी कला वैश्विक मंच पर भी अपनी चमक बिखेरने की क्षमता रखती है।
पद्मश्री पुरस्कार, उन्होंने कहा, बस्तर की लोक परंपराओं, हस्तशिल्प, और सांस्कृतिक चेतना को राष्ट्रीय गौरव दिलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हैं |