छत्तीसगढ़ के धुर नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) धमाके में घायल हुए सीआरपीएफ की कोबरा (कमांडो बटालियन फॉर रेसोल्यूट एक्शन) बटालियान के डिप्टी कमांडेंट विकास कुमार शहीद हो गए हैं। वे 208 वीं बटालियन में तैनात थे और रविवार को सुकमा जिले के किस्टाराम इलाके में अपनी टीम के साथ सर्चिंग पर निकले थे।
इसी दौरान नक्सलियों ने उनके रास्ते पर आईइडी लगाया था, इस आईइडी को निष्क्रीय करते समय विकास इसकी चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हुए थे। उन्हें वहां उपस्थित साथी जवानों ने तुरंत रेस्क्यू कर कैंप में लाया और फिर उन्हें हेलीकॉप्टर के जरिए तत्काल उपचार के लिए रायपुर लाया गया था। यहां आज सुबह उपचार के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली, बता दें सुकमा जिले में पिछले एक पखवाड़े के दौरान नक्सली विस्फोट की घटनाओं में सीआरपीएफ के दो अधिकारी शहीद हो चुके हैं। शहीद विकास कुमार मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरपुर के रहने वाले थे। उनके परिवार में पत्नी के अलावा एक 1 साल का बेटा और 4 साल बेटी है।
बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि घटना सुकमा जिले में पलोड़ी और किस्टाराम गांवों के बीच सुबह 10:40 के आसपास हुई थी, घटना में घायल अधिकारी को शुरू में सीआरपीएफ के किस्टाराम फील्ड अस्पताल ले जाया गया था, आगे के इलाज के लिए उन्हें रायपुर भेजा गया था। पिछले 29 नवंबर को भी सुकमा के ताड़मेटला में नक्सलियों के लगाए आईइडी की चपेट में आने से सीआरपीएफ के एक असिस्टेंट कमांडेंट शहीद हो गए थे। इस घटना में कई जवान घायल हुए थे।