प्रमोद मिश्रा
रायपुर 02 जनवरी 2021
नये वर्ष की पहली अच्छी खबर स्वास्थ्य विभाग की ओर से आई है, कोरोना संक्रमण से जहाँ 2020 का पूरा समय लोगों को असुविधायों और परेशानियों से गुजरना पड़ा वहीं इस वर्ष के शुरू होते ही कोरोना वैक्सीन के आने की सूचना से जनता में खुशी की लहर है। आज प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर किये जा रहे ड्राई रन की स्थिति जानने के लिए पुरानी बस्ती स्थित शासकीय सरस्वती कन्या पूर्व माध्यमिक शाला पहुँचे, यहाँ उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों से संवाद कर चरणबद्ध तरीके से मॉक ड्रिल की पूरी जानकारी प्राप्त की।
किस प्रकार से होगा कोरोना वैक्सीनेशन, स्वास्थ्य मंत्री बोले
मॉक ड्रिल की जानकारी प्राप्त करने के उपरांत स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि प्रदेश के 7 जिलों में अभी ड्राई रन किया जा रहा है जिसमें रायपुर भी शामिल है, प्रथम चरण में फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन देने के उपरांत कोविन एप से रजिस्टर करने के लिए यह प्लेटफार्म सभी के लिए खोले जाने की संभावना है।
आपको बताते चले कि आज रायपुर के साथ बिलासपुर, सरगुजा, बस्तर, गौरेला पेंड्रा मरवाही,राजनांदगांव और दुर्ग में कोरोना वैक्सीनेशन का मॉक ड्रील चल रहा है ।
प्रदेश में पिछले 8 दिनों में 24 से 31 दिसंबर के बीच 144 कोरोना मरीजों की मौत हुई। इस दौरान राजधानी में 22 संक्रमितों की जान गई है। हालांकि पूरे प्रदेश में दिसंबर में कम मरीज मिले। 1 से 31 दिसंबर तक प्रदेश में 42,253 कोरोना मरीज मिले हैं। इस दौरान 510 मरीजों की मौत हुई। जबकि दिसंबर के आखिरी सप्ताह में महीने की 28.23 फीसदी यानी एक चौथाई से ज्यादा मौत हो गई। प्रदेश में अब तक कुल 3,380 मरीजों की मृत्यु हो चुकी है। इस बीच अब कोरोना से मौत कम होने के बजाय बढ़ती जा रही है। हालांकि यह राष्ट्रीय मृत्यु दर से कम है। प्रदेश में मृत्यु दर 1.2 फीसदी है।
कोरोना कोर कमेटी के सदस्य डॉ. आरके पंडा व फिजिशियन डॉ. सुरेश चंद्रवंशी के अनुसार मृत्युदर में कमी लाने के लिए लोगों को जागरुक होना जरूरी है। सर्दी, खांसी, बुखार व सांस लेने में तकलीफ के प्रारंभिक लक्षण पैदा होते ही डॉक्टर के पास पहुंचना चाहिए। इस दौरान बिना देरी किए कोरोना टेस्ट कराना भी बेहद जरूरी है। जांच से इससे बीमारी का पता चल जाएगा और इलाज भी तत्काल शुरू होगा। अस्पताल जल्दी पहुंचने पर मरीज गंभीर स्थिति में नहीं पहुंचेंगे और मौतों का आंकड़ा कम होगा