घनश्याम सोनी
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज बलरामपुर दौरे के दौरान छत्तीसगढ़ी व्यंजन का स्वाद बड़े चाव के साथ चखा.. जमीन पर बैठकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ी व्यंजन का भरपूर आनंद उठाया इसमें खास बात यह रही कि संसदीय सचिव व सामरी विधायक चिंतामणि महाराज ने स्वयं अपने हाथों से उन्हें भोजन परोसा..
संत समाज के प्रमुखों से मुख्यमंत्री ने की मुलाकात
आश्रम परम्परा के अनुरूप जमीन पर बैठकर किया भोजन
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज बलरामपुर के दौरे पर रहे इस दौरान सन्त गहिरा गुरु के अनुयायी संत समाज के प्रमुखों से मुलाकात के दौरान एक दोहे का पाठ करते हुए संतो के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने गहिरा गुरु के विचारों तथा उनके द्वारा मानवता के लिए किए गए कल्याणकारी कार्यांे को स्मरण करते हुए कहा कि इस पावन धरा पर आकर संतो से मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। गुरु जी के विचार तथा मानवता के प्रति उनकी भावना अतुलनीय है। संत समाज के प्रमुखों ने संत गहिरा गुरु के जीवन से जुड़े प्रमुख स्थानों के संरक्षण और संवर्धन का आग्रह किया। संत प्रमुखों के आग्रह पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने छत्तीसगढ़ के सभी संतो और गुरुओं के सम्मान तथा उनसे जुड़े स्थानों के संरक्षण के लिए कार्य किया है। उन्होंने संत गहिरा गुरु के समाज के प्रति अमूल्य योगदानों का उल्लेख करते हुए कहा कि मैं पूर्ण विश्वास दिलाना चाहता हूं कि उनसे जुड़े समस्त स्थानों के संरक्षण और संवर्धन के लिए शासन प्रतिबद्ध है और इस दिशा में प्रयास करेगी। इसके पश्चात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आश्रम परिसर में परंपरा के अनुसार जमीन पर बैठकर भोजन ग्रहण किया। आश्रम में सात्विक और स्थानीय भोजन मुख्यमंत्री को परोसा गया। मुख्यमंत्री ने बड़े चाव के साथ भोजन ग्रहण किया। भोजन ग्रहण करने के पश्चात उन्होंने कहा कि आश्रम की जीवनशैली पुराने दिनों का स्मरण कराती है।