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छत्तीसगढ़ : पूर्व उप मुख्यमंत्री के बेटे और बहू की हत्या की गुत्थी सुलझी, बड़े बेटे और बहू ने रची थी साजिश, पढ़िये क्या था हत्या का कारण?

प्रविंश मनहर

कोरबा, 22 अप्रैल 2021

कोरबा में हुए पूर्व उपमुख्यमंत्री के यहां हुए हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस ने हत्या के पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है ।अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व डिप्टी सीएम स्वर्गीय प्यारेलाल कंवर के छोटे बेटे हरीश, उसकी बहु सुमित्रा और चार साल की आशी की बुधवार की सुबह जघन्य हत्या कर दी गई। इस हत्या को मृतक के बड़े भाई के साले और दोस्त ने मिलकर अंजाम दिया था। घटना के मास्टर माइंड बड़े भाई और उसकी भाभी थी। पुलिस ने एक नाबालिग समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
मामले का खुलासा करते हुए कोरबा एसपी अभिषेक मीणा ने बताया कि बुधवार की सुबह चार बजे मृतक के बड़े भाई हरभजन कंवर, भाभी धनकुंवर और उसकी 16 वर्षीय भतीजी मार्निंग वॉक के नाम पर घर से सवा चार बजे निकले।
निकलने से पहले घर को खुला छोड़ गए थे। ठीक इसके तीन मिनट बाद दो युवक परमेश्वर कंवर और राम प्रसाद मन्नेवार चेहरे पर गमछा बांधकर घर में घुसे और तीनों की जघन्य हत्या कर दी। घटना होने के बाद बड़े भाई का परिवार घर वापस लौटा और आस पड़ोस और पुलिस में इसकी जानकारी दी।
पुलिस जब मौके पर पहुंची तब घटनाक्रम को देखकर स्पष्ट हो गया था कि किसी परिवार के सदस्य का ही हाथ है। पुलिस को सूचना मिली कि हरभजन कंवर के साले परमेश्वर कंवर घटना के बाद करतला अस्पताल में भर्ती है। पुलिस को उसने बताया कि सड़क हादसे में वह घायल हो गया था लेकिन डॉक्टरों ने बताया कि ये चोट सड़क हादसे की नहीं ब्लकि धारदार हथियार से लगे चोट के हैं।

 

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तब जाकर परमेश्वर ने अपने एक दोस्त के साथ उसे हत्या करना स्वीकार किया। एक अन्य आरोपी को पुलिस ने जिल्गा बेरियर के पास भागते वक्त पकड़ लिया। पुलिस ने मर्डर करने वाले इन दोनों आरोपियों के साथ मृतक के बड़े भाई, भाभी और उसकी 16 वर्षीय भतीजी को गिरफ्तार कर लिया था।

 

एक साल से बातचीत था बंद, पैसे को लेकर होता था विवाद

पुलिस ने बताया कि दोनों परिवार के बीच पिछले एक साल से बात बंद था। प्यारेलाल कंवर के गुजरने के बाद से हरीश कंवर ही जमीन जायदाद संभालता था। घर के हर बड़े फैसले लेता था। बड़ा भाई की स्थिति खराब थी। पैसे को लेकर दोनों की पत्नियों के बीच आए दिन विवाद होते रहता था। पूरे जायदाद पर कब्जा करने धनकुंवर ने अपने भाई के साथ मिलकर ये साजिश रची

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