प्रमोद मिश्रा
रायपुर 22 जुलाई
कोरोना से मेरे घर में तीन लोगों की मृत्यु हो गयी है। मेरे पिता, पत्नी और बहन की हाल ही में कोरोना से जान चली गयी । रायपुर में दो छोटे-छोटे बच्चे अकेले रह रहे हैं। उनकी देखरेख के लिये कोई नहीं है। मैं बस्तर में पदस्थ हूं इसलिये बच्चों की देखभाल में बहुत परेशानी हो रही है। ये कहते हुये बस्तर में पदस्थ निरीक्षक सुरेंद्र कुमार बघेल की आंखे भर आईं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशानुरूप पुलिसकर्मियों और उनके परिजनों में तनाव कम करने के लिये आयोजित ‘स्पंदन’ कार्यक्रम में गुरुवार को पुलिसकर्मियों और उनके परिजनों ने डीजीपी डीएम अवस्थी के सामने वीडियो कॉल के जरिये अपनी समस्यायें रखीं।
आरक्षक हरवंश यादव जब अपनी बात रखने के लिये कैमरे के सामने आये तो अपनी समस्या बता भी नहीं पा रहे थे। कारण उन्हें मुंह का कैंसर है। तकलीफ और दर्द इतना कि अपनी बात भी नहीं कह सकते । हरवंश यादव से जब नहीं बोला गया तो उनकी दस साल की बिटिया ने कैमरे पर आकर पिता की समस्या से डीजीपी को रूबरू कराया। बेटी ने बताया कि उनके पिता रामानुजगंज में पदस्थ हैं। यदि उनका कांकेर स्थानांतरण कर दिया जाये तो परिवार उनकी देखभाल कर पायेगा। मैनपाट से प्रीतिका एक्का ने बताया कि उनके पति की हार्ट अटैक के बाद ओपन हार्ट सर्जरी हुई है। वे सुकमा में पदस्थ हैं। मैनपाट स्थानांतरण होने से वे उनकी अच्छे से देखभाल कर पाएंगी। आरक्षक टोपेंद्र कुमार साहू ने कहा कि उनकी दोनों किडनी फेल हैं। पिता की एक किडनी उन्हें ट्रांसप्लांट की गयी लेकिन वह सफल नहीं हुई। इस वजह से उनकी तवियत बेहद नाजुक रहती है। वे बेहतर देखभाल के लिये दूसरी बटालियन संकरी से घर के नजदीक प्रथम बटालियन भिलाई स्थानांतरण चाहते हैं। एएसआई रघुवर सिंह राजपूत ने बताया कि वे 26 साल से बस्तर में पदस्थ हैं, उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता है। सुकमा से मुंगेली स्थानांतरण चाहते हैं। डीजीपी डीएम अवस्थी ने स्वास्थगत कारणों से ट्रांसफर बोर्ड की अनुशंसा से सभी का स्थानांतरण आदेश तत्काल जारी कर दिया।